करसड़ा में निस्तारित होगा बीएचयू का कूड़ा
बीएचयू और नगर निगम के बीच कचरा प्रबंधन के लिए शनिवार को एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। विश्वविद्यालय परिसर से 3,625 किलोग्राम कचरा करसड़ा प्लांट भेजा गया। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने स्वच्छता बनाए...
वाराणसी, संवाददाता। बीएचयू परिसर से निकलने वाले कचरे का निस्तारण करसड़ा प्लांट में होगा। इसके लिए शनिवार को बीएचयू और नगर निगम प्रशासन के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। इसके बाद विश्वविद्यालय कैंपस निकले 3,625 किलोग्राम कचरे को करसड़ा भेजा गया। कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन ने कहा कि बीएचयू स्वच्छ वातावरण बनाने वाली आदतों और मूल्य विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस व्यवस्था न सिर्फ परिसर स्वच्छ रहेगा बल्कि छात्रों को स्वच्छता बनाए रखने की सीख मिलेगी। सफाई एवं सहायक सेवाएं (एसएसएस) और बागवानी विभाग के इंचार्ज प्रो. सरफराज आलम ने बताया कि सीमित मानव संसाधनों के बावजूद नगर निगम के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए कचरे का सही तरीके से वर्गीकरण किया। परिसर में स्वच्छता के लिए खाद्य और प्लास्टिक कचरे के लिए अलग-अलग डिब्बे का उपयोग सुनिश्चित किया गया। इसके अलावा चिकित्सालय से निकलने वाले कचरे,घरों, छात्रावासों और कैंटीन से निकलने वाले जैविक कचरे के लिए कंपोस्ट पिट्स स्थापित किया गया। इससे परिसर को काफी हद स्वच्छ बनाए रखने में मदद मिली। अब कचरा निस्तारण के लिए नगर निगम से हुआ समझौता, स्वच्छता बनाए रखने के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
परिसर में लगाया जाएगा सैनिटरी इंसीनरेटर
विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न स्थानों पर इस्तेमाल किए गए डायपर और सैनिटरी नैपकिन के निपटारे के लिए सैनिटरी इंसीनरेटर के स्थापना की योजना बनाई गई है। इससे इस्तेमाल किए गए डायपर और सैनिटरी नैपकिन का सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल निपटारा सुनिश्चित किया जाएगा।
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