आजमगढ़: तरवां में मारे गए दलित प्रधान के घर जा रहे सपाइयों को रोका, हंगामा-नारेबाजी
आजमगढ़ में तरवा के बांसगांव में मारे गए दलित प्रधान सत्यमेव जयते के परिजनों को सांत्वना देने जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को शनिवार को पुलिस ने रास्ते में रोक दिया। इस पर सपाइयों ने...
आजमगढ़ में तरवा के बांसगांव में मारे गए दलित प्रधान सत्यमेव जयते के परिजनों को सांत्वना देने जा रहे समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को शनिवार को पुलिस ने रास्ते में रोक दिया। इस पर सपाइयों ने हंगामा शुरू कर दिया। सड़क पर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे पहले आजमगढ़ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू, पीएल पुनिया, महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत और भीम आर्मी के चंद्रशेखर रावण को भी जाने नहीं दिया गया था।
14 अगस्त को बांसगांव के दलित प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद हुए बवाल में एक बालक की भी मौत हो गई थी। लोगों ने पुलिस चौकी में भी आगजनी की थी।शनिवार की सुबह पुलिस प्रशासन को सपाइयों के बांसगांव जाने की जानकारी मिली। इसके बाद जगह जगह नाकेबंदी कर दी गई।
दोपहर 12 बजे पूर्व मंत्री चंद्रदेव यादव करेली, पूर्व सांसद बलिहारी बाबू, ज़िला अध्यक्ष हवलदार यादव समेत तमाम नेताओं को प्रशासन ने जहानागंज के इटौरा मोड़ के पास रोक दिया गया। इस पर सपाई बिफर पड़े। इसे सरकार की तानाशाही करार देते हुए हंगामा और नारेबाजी शुरू र दी।
बवाल बढ़ने की आशंका में भारी संख्या में फोर्स बुला ली गई। इस पर सभी सड़क पर ही बैठ गए और प्रदर्शन करने लगे। वहां पहुंचे एडीएम प्रशासन नरेंद्र सिंह ने धारा 144 का हवाला दिया और ज्ञापन लेकर सभी को लौटा दिया।
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