फिलहाल बनारस में जाम से निबटने में प्रशासन फेल
बनारस के जाम के लिए कई प्लान बने। यातायात नियोजन समिति बनी। कुछ मार्गों पर वन-वे लागू हुआ मगर समस्या जस की तस है। कोई ऐसा मार्ग नहीं जहां जाम न लग रहा हो। वाहनों का दबाव कुछ इस कदर बढ़ गया है कि क्या...
बनारस के जाम के लिए कई प्लान बने। यातायात नियोजन समिति बनी। कुछ मार्गों पर वन-वे लागू हुआ मगर समस्या जस की तस है। कोई ऐसा मार्ग नहीं जहां जाम न लग रहा हो। वाहनों का दबाव कुछ इस कदर बढ़ गया है कि क्या मंत्री-क्या एंबुलेंस। सब जाम में जूझ रहे हैं। इसमें सिगरा, रथयात्रा, कमच्छा, भेलूपुर मार्ग, गिरिजाघर-लहुराबीर मार्ग- गोदौलिया-मैदागिन, सोनारपुरा मार्ग, विशेश्वरगंज, कबीरचौरा, मलदहिया भोजूबीर, अर्दली बाजार, चौकाघाट आदि इंग्लिशिया लाइन एवं लंका के रास्ते गुजरने में लोगों के पसीने छूट जाते हैं।
एनाउंस करता रहा एंबुलेंस चालक, नहीं मिला रास्ता
सिगरा से रथयात्रा तक बुधवार को शाम लंबा जाम लगा था। मरीज को जल्दी हॉस्पिटल पहुंचाना था। इसलिये एंबुलेंस के सायरन के साथ चालक लगातार इमरजेंसी एनाउसमेंट करना रहा, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। आसपास के लोग व कुछ बाइक सवार युवाओं ने अपने वाहन किनारे खड़ेकर एंबुलेंस के लिए रास्ता बनाया। तब वह निकल सकी। वहीं सुबह भी इसी मार्ग पर लंबा जाम लगा था। जिसमें एंबुलेंस फंसी थी।
मालगोदाम रोड पर अव्यवस्था, पूरे दिन जाम
चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे के बाद वैकल्पिक मार्ग के रूप में खोले गये रेलवे के मालगोदाम रोड पर भी ट्रैफिक अव्यवस्था से लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। दोनों तरफ से चार पहिया वाहनों के आवागमन से संकरे मोड़ पर जाम में घंटों जूझना पड़ रहा है। जब कि इस रोड पर केवल दो पहिया वाहनों के आवागमन की छूट दी गई थी।
अभी स्कूल बंद हैं तब ये हाल
गर्मियों की छुट्टी होने के कारण अभी स्कूल बंद हैं। तब शहर में जाम का यह हाल है। स्कूल खुलने के बाद शहर में यह समस्या और विकट हो जाएगी। तब कई बार स्कूल चालक बच्चों का जल्द स्कूल पहुंचाने के चक्कर में हादसे का शिकार हो जाते हैं।
ट्रैफिक जाम पर राज्यमंत्री ने भी अपनी पीड़ा बयां की थी
काशी प्रवास पर आये केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) केजे अल्फोंस भी बनारस के जाम में फंस गए थे। रामनगर से सर्किट हाउस लौटते वक्त उनकी फ्लीट कई जगह जाम में फंसी। सायरन बजता रहा मगर असर कुछ नहीं रहा।
डीएम ने कहा था छह दिन बाद मिलेगी राहत
जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने फ्लाईओवर का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने सेतु निगम के अफसरों से कहा था कि निर्माण कार्य जल्द शुरू कराएं। उन्होंने कार्य के दौरान रूट डायवर्जन का प्लान एसपी ट्रैफिक को देने का निर्देश दिया था। कहा था कि अभी एप्रोच मार्ग पर बैरिकेडिंग चल रही है। छह दिनों तक यह कार्य चलेगा। उसके बाद छोटे वाहनों के लिए यातायात खोल दिया जाएगा। लेकिन अभी तक इस पर भी अमल नहीं हो सका।
सेतु निगम ने भी दिया था ट्रैफिक प्लान
चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे के मद्देनजर सेतु निगम के कंसल्टेंट ने ट्रैफिक प्लान व रूट डायवर्जन के संबंध में अपनी अंतरिम रिपोर्ट निगम के अधिकारियों को सौंपी है। जिसमें इलाहाबाद जाने वाली बसों को शहर से बाहर करने की संस्तुति की गई है। साथ ही अंधरापुल से चौकाघाट के बीच दाएं लेन से आवागमन शुरू कराने पर जोर दिया था। काम के दौरान आसपास के ठेला पटरी दुकानदारों को हटाने को कहा था। लेकिन दुकानें अब भी लग रही हैं।
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