दोबारा चालू हो गए 18 हजार पीडी कनेक्शन

बिजली विभाग की लापरवाही से 18 हजार से अधिक उपभोक्ता बैठे-बिठाए करोड़ों रुपये के बकायेदार बन गए हैं जबकि उन्होंने अपने कनेक्शनों का स्थायी विच्छेदन...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीSat, 30 Jan 2021 03:05 AM
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वाराणसी। वरिष्ठ संवाददाता

बिजली विभाग की लापरवाही से 18 हजार से अधिक उपभोक्ता बैठे-बिठाए करोड़ों रुपये के बकायेदार बन गए हैं जबकि उन्होंने अपने कनेक्शनों का स्थायी विच्छेदन (पीडी) करा लिया है। जिले में विभाग पर भी लगभग 800 करोड़ रुपये की बकाया वसूली का लोड बढ़ गया है। शहर के कुछ उपभोक्ताओं की शिकायत के बाद सक्रिय हुआ विभाग अब आंकड़े सुधारने में जुट गया है। इस चूक पर पावर कारपोरेशन के चेयरमैन अरविंद कुमार ने भी गत दिनों पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों की बैठक में नाराजगी जताई है और उसे तत्काल दूर करने का आदेश दिया है।

‘वर्ष-2020 डिलीट करना भूल गए

बिजली विभाग के अधिकारियों ने पीडी प्रक्रिया शुरू करने के बाद उपभोक्ताओं की बिलिंग रोक दी। कंप्यूटर पर वर्ष-2020 पीडी कनेक्शन फीड कर दिया लेकिन वर्ष 2021 शुरू होने के पहले ‘वर्ष-2020 डिलीट करना भूल गए। इसके चलते पिछले वर्ष के कनेक्शन इस वर्ष भी ऑटो जनरेट हो गया। नगरीय विद्युत वितरण मंडल प्रथम में 6000 उपभोक्ताओं पर लगभग 200 करोड़ तथा मंडल द्वितीय में 9291 उपभोक्ताओं पर लगभग 400 करोड़ रुपये का बकाया बिल शो कर रहा है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र के लगभग 3000 उपभोक्ताओं पर लगभग 200 करोड़ रुपये का बिल बन गया है।

ऐसे पकड़ में आया मामला

पिपलानी कटरा, कबीरचौरा (मकान नंबर: सी-25/11 ) के मदन कुमार के मकान के नीचे कटरे में कई दुकानें हैं। मदन ने वर्ष-2010 में घरेलू कनेक्शन की पीडी कराई थी। तब विभाग ने पीडी करते हुए कार्यालय ज्ञाप (ओएम) भी दे दिया था। इधर बीच एक व्यक्ति ने कटरे में किराये की दुकान ली। बीते 15 जनवरी को उसने बिजली का नया कनेक्शन लेने लहुराबीर स्थित एसडीओ से संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि इस पर 15 लाख रुपये का बिल बकाया है। कनेक्शन नहीं मिलेगा। बिल जमा करो, नहीं तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। दुकान मालिक को जब यह बात पता चली तो वह दोबारा एसडीओ से मिले। लेकिन अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है।

कोट

कई उपभोक्ताओं के कनेक्शन दोबारा चालू हो गए हैं। अधीक्षण और अधिशासी अभियंताओं को तत्काल इसका निस्तारण कराने का निर्देश दिया गया है।

-एमके अग्रवाल, मुख्य अभियंता, वाराणसी जोन

वाराणसी सर्किल प्रथम

डिवीजन चालू हुए कनेक्शन जनरेट बिल

प्रथम 1900 11.00 करोड़

द्वितीय 1500 30.00 करोड़

चतुर्थ 2000 49.00 करोड़

सप्तम 1000 10.00 करोड़

वाराणसी सर्किल द्वितीय

डिवीजन चालू हुए कनेक्शन जनरेट बिल

तृतीय 4438 2.63 करोड़

पंचम 1818 53.75 करोड़

षष्ठम 180 45.49 करोड़

अष्टम 2855 1.76 करोड़

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