श्रावस्ती मॉडल से 13 साल पुराने भूमि विवाद का निपटारा

ग्राम सभा के मीराशाह स्थित कब्रिस्तान के मामले में 13 साल से चला आ रहा भूमि विवाद बुधवार को खत्म हो गया। हालांकि इसके लिए प्रशासन और पुलिस को विरोध...

Newswrap हिन्दुस्तान, वाराणसीThu, 25 Feb 2021 03:22 AM
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पिंडरा (वाराणसी)। हिन्दुस्तान संवाद

ग्राम सभा के मीराशाह स्थित कब्रिस्तान के मामले में 13 साल से चला आ रहा भूमि विवाद बुधवार को खत्म हो गया। हालांकि इसके लिए प्रशासन और पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। तीन घंटे तक चली कार्रवाई में कई बार दोनों पक्षों ने आपत्ति जताई और आमने-सामने आए गए। पुलिस के सहयोग से तहसील प्रशासन ने मामले को श्रावस्ती मॉडल से सुलझाया। मौके पर भारी फोर्स और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी रही।

तहसील कार्यालय पर बातचीत के दौरान एसडीएम पिंडरा जयप्रकाश व इंस्पेक्टर फूलपुर दुर्गेश मिश्र ने दोनों पक्षों के लोगों को समझाया। इस दौरान दोनों तरफ से महिलाएं भी शामिल थीं। बातचीत के बाद कब्रिस्तान की भूमि की पैमाइश की गई। दोनों पक्षों की ओर से नापी के दौरान बार-बार आपत्ति जताई गई। लोगों को शांत कराने के लिए लेखपालों ने तीन बार सीमांकन किया। इसके बाद लोग माने। साल 2007 से निजी आराजी में स्थित कब्रिस्तान की भूमि को लेकर पड़ोसी काश्तकारों से सीमा विवाद चल रहा है। इससे पहले पक्की पैमाइश के साथ सीमांकन भी हो चुका था। मीराशाह निवासी शेखावत उल्ला ने तहसील में स्थापित भूमि विवाद पेटिका में इस जमीन के निस्तारण के लिए शिकायती पत्र डाला था। 307 एयर भूमि के सीमांकन के लिए काफी समय तक प्रशासन व पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान लेखपाल कपीश तिवारी, अभिषेक कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।

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