समीक्षा अधिकारी पर्चा लीक केस में STF ने वाराणसी के अभ्यर्थी को किया गिरफ्तार, 15 लाख में हुई थी डील
- एसटीएफ के एएसपी लाल प्रताप सिंह के मुताबिक पकड़ा गया अभ्यर्थी जय सिंह वाराणसी के रोहनिया, बेटावर का रहने वाला है। जय सिंह ने STF को बताया कि उसने भी 2024 में यह परीक्षा दी थी। BHU परिसर के मधुबन पार्क में उसकी मुलाकात सुभाष प्रकाश से हुई थी।

Paper Leak Case: लखनऊ एसटीएफ ने समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा 2023 के पर्चा लीक मामले में एक गिरफ्तारी की है। एसटीएफ ने मंगलवार देर शाम वाराणसी से अभ्यर्थी जय सिंह को गिरफ्तार किया है। जय सिंह की जेल में बंद मुख्य आरोपी सुभाष प्रकाश और विवेक उपाध्याय से 15 लाख रुपये में डील हुई थी। मामले में अबतक गिरोह के सदस्यों और अभ्यर्थियों समेत 24 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
एसटीएफ के एएसपी लाल प्रताप सिंह के मुताबिक पकड़ा गया अभ्यर्थी जय सिंह वाराणसी के रोहनिया, बेटावर का रहने वाला है। जय सिंह ने एसटीएफ को बताया कि उसने भी 2024 में यह परीक्षा दी थी। बीएचयू परिसर के मधुबन पार्क में उसकी मुलाकात सुभाष प्रकाश से हुई थी।
सुभाष पर्चा लीक कराने वाले गिरोह के मुख्य आरोपियों में है। सुभाष ने जय सिंह से पर्चा आउट कराने की बात कही थी। बाद में जय सिंह को भोपाल बुलाकर होटल में गिरोह के सदस्यों ने पर्चा पढ़वाया था और गूगल से उसके उत्तर भी बताए थे। एएसपी के मुताबिक जय सिंह 8 फरवरी की सुबह भोपाल पहुंचा था। इन लोगों ने उसे होटल कमल पैलेस (आनंद नगर) में रुकवाया था। दोपहर में सुभाष और विवेक तीन लोगों के साथ पर्चा लेकर पहुंचे थे। पर्चे सामान्य अध्ययन और हिन्दी के थे। शाम को यह प्रश्नपत्र उससे ले लिए गए थे।
सुभाष ने प्रिंटिंग प्रेस से खरीदा था प्रश्नपत्र
उप्र लोक सेवा आयोग ने परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र छपाई भोपाल के प्रिंटिंग प्रेस से कराई थी। सुभाष प्रकाश ने प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी से साठगांठ की। सुभाष और विवेक ने प्रश्नपत्र की प्रति मंगवा ली और फोटो स्टेट कर उन अभ्यर्थियों को दिये, जिनसे डील हुई थी।
भोपाल बुलाकर प्रश्नपत्र और उत्तर रटवाए थे
जय सिंह को भोपाल बुलाकर प्रश्नपत्र और उसके उत्तर रटवाये गये। इसके बाद जय सिंह ही नहीं, सुभाष प्रकाश भी वाराणसी आया। दोनों का सेंटर चौबेपुर में था। दोनों ने परीक्षा दी थी। सुभाष प्रकाश प्रश्नपत्र लीक में भी शामिल था। उसने यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में भी परीक्षा दी थी।
यूपीपीसीएस के सचिव ने मुकदमा दर्ज कराया था
उप्र लोक सेवा आयोग की ओर से 11 फरवरी 2024 को आरओ और एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 आयोजित थी। परीक्षा के समय ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। इसके बाद आयोग ने संज्ञान लिया और परीक्षा रद कर दी गई। आयोग के सचिव अशोक कुमार ने 2 मार्च 2024 को प्रयागराज के सिविल थाने में मुकदमा दर्ज कराया था।