UPPCS: योगी के निर्देश पर आयोग झुका, एक दिन में होगी पीसीएस परीक्षा; RO, ARO पर गतिरोध
यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर चल रहे आंदोलन ने रंग दिखाया है। यूपीपीसीएस को लेकर छात्रों की मांग मान ली गई है। अब पहले की तरह ही एक दिन में परीक्षा कराई जाएगी। हालांकि आरओ एआरओ पर गतिरोध बरकरार है।
यूपीपीसीएस परीक्षा को लेकर चल रहे आंदोलन ने रंग दिखाया है। पीसीएस परीक्षा को लेकर छात्रों की मांग मान ली है। पीसीएस की परीक्षा अब पहले की तरह एक दिन एक शिफ्ट में कराई जाएगी। दो दिन परीक्षा का आदेश वापस हो गया है। जिलाधिकारी और आयोग के सचिव ने छात्रों के बीच आकर लाउडस्पीकर से यह घोषणा की। डीएम ने बताया कि सीएम योगी के आदेश पर आयोग ने यह फैसला लिया है। कुछ देर बाद इसका नोटिस भी जारी कर दिया गया। छात्र एक दिन एक शिफ्ट में कराने की मांग के साथ ही नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे थे। अब एक शिफ्ट में होने से नॉर्मलाइजेशन की जरूरत ही नहीं होगी।
वहीं, आरओ एआरओ की परीक्षा स्थगित करते हुए कहा गया कि इसके लिए समिति बनाई जा रही है। परीक्षा पर समिति फैसला लेगी। यह सुनते ही छात्र भड़क गए और आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया। उनका कहना है कि यह मामले को उलझाने का प्रयास है। पीसीएस की तरह आरओ एआरओ भी एक दिन एक शिफ्ट में कराने की लिखित घोषणा की जाए।
प्रयागराज में छात्र चार दिनों से पीसीएस और आरओ एआरओ परीक्षा एक दिन में एक शिफ्ट में कराने और नॉर्मलाइजेशन का विरोध कर रहे थे। आंदोलन के चौथे दिन गुरुवार को सुबह से ही आयोग के दफ्तर के अंदर और बाहर गहमागहमी कुछ ज्यादा ही थी। सुबह पहले छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ी और आयोग के गेट तक पहुंट गए। दोपहर में आयोग की बैठक शुरू हुई। करीब तीन बजे अध्यक्ष संजय श्रीनेत भी बैठक में पहुंचे। इसके बाद करीब सवा चार बजे डीएम और सचिव छात्रों के बीच पहुंचे।
डीएम ने लाउडस्पीकर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आयोग को छात्रों की समस्या का समाधान निकालने के लिए कहा था। इसके बाद आयोग ने छात्रों से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल पर आयोग ने यह फैसला लिया है कि पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा 2024 सैद्धांतिक रूप से पहले की तरह एक दिन में कराने का फैसला लिया है।
वहीं, आरओ एआरओ परीक्षा स्थगित करते हुए आयोग की तरफ से कहा गया है कि उसमें दस लाख से ज्यादा छात्र शामिल हो रहे हैं। ऐसे में समिति सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद फैसला लेगी। यह समिति जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देगी। उसके बाद परीक्षा को लेकर फैसला किया जाएगा।
इस ऐलान के बाद छात्र आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं है। उनका कहना है कि आरओ एआरओ परीक्षा स्थगित करने और समिति बनाने का फैसला लालीपाप की तरह है। जैसे पीसीएस की परीक्षा एक दिन में कराने का फैसला हुआ है उसी तरह आरओ एआरओ की परीक्षा भी एक दिन में कराई जाए। कहा कि सबसे ज्यादा करप्शन आरओ एआरओ में ही होता है। यह उसी करप्शन को बढ़ावा देने के लिए हो रहा है।
चयन परीक्षाओं की पारदर्शिता पर विशेष ध्यान
आयोग के सचिव ने बताया कि हाल के महीनों में देश के कई हिस्सों में पेपर लीक की घटनाओं को देखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने चयन परीक्षाओं की शुचिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है। इसी कारण, आयोग ने दिसंबर में प्रस्तावित पीसीएस और आरओ/एआरओ परीक्षाओं को एक से अधिक पालियों में आयोजित करने की घोषणा की थी। हालांकि, छात्रों की मांग और मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद अब पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन में आयोजित की जाएगी।
छात्रों को मिलेगा फायदा
इस फैसले से लाखों छात्र जो इस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। परीक्षा को एक ही दिन में आयोजित करने से छात्रों को परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता का भरोसा मिलेगा। साथ ही, आयोग द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट से भविष्य में होने वाली परीक्षाओं की शुचिता को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस फैसले के बाद छात्रों में खुशी की लहर है और वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस त्वरित निर्णय की सराहना कर रहे हैं।