वृंदावन के बांके बिहारी में 6 भक्तों की तबियत बिगड़ी, हरियाली तीज के लिए ये एडवाइजरी जारी
वृंदावन के बांके बिहारी में हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर 6 भक्तों की तबियत बिगड़ गई। इसी से पहले हरियाली तीज के लिए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की थी और कहा था कि बुजुर्ग, बीमार या बच्चे भीड़ के मद्देनजर इस मौके पर बांके बिहारी मंदिर में आने से बचें।
यूपी में वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी महाराज मंदिर में हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर उमड़ी भीड़ में छह श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ गई। मंदिर के अंदर और बाहर भीड़ का दबाव न झेल पाने के कारण श्रद्धालु बेसुध हो गये, जिन्हें उपचार दिया गया। हरियाली तीज पर बिहारीजी के दर्शन करने के लिये मंगलवार से ही श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया। मंगलवार को भी बहुतायत में भक्त दर्शन करने को पहुंचे। शाम को 8:30 बजे से नौ बजे के बीच छह श्रद्धालु सांस लेने में तकलीफ के कारण बैचेन हो गये।
35 वर्षीय कुलदीप यादव, 25 वर्षीय राहुल गोस्वामी, 65 वर्षीय निर्मला देवी निवासी आगरा की मंदिर के अंदर, 18 वर्षीय विनीता निवासी भरतपुर की मंदिर के अंदर, 45 वर्षीय प्रियंका निवासी सोनीपत, हरियाणा की गेट नम्बर दो और 20 वर्षीय सिया निवासी हिमाचल की गेट नम्बर एक पर तबीयत बिगड़ गई जिन्हें प्राथमिक उपचार देकर राहत दी गई।
एडवाइजरी जारी
मथुरा के वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर के प्रबंधक ने सभी दर्शनार्थियों से अपील की है कि भीड़ को देखते हुए हरियाली तीज पर बुजुर्ग, बीमार और बच्चे दर्शन हेतु न आयें। मंदिर प्रबंधक ने कहा है कि हरियाली तीज मेला के अवसर पर बांके बिहारी मंदिर में भीड़ का अत्यधिक दबाव रहेगा। जैसा कि सभी जानते हैं कि इस भीषण व उमस भरी गर्मी के मौसम के कारण बीमार व्यक्तियों, बुर्जगों दिव्यांगजनों, छोटे बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीपी, शुगर के मरीजों को अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
प्रबंधक ने सभी दर्शनार्थियों से अनुरोध किया है कि वे अपने व अपने परिवारिजनों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु हरियाली तीज मेला के अवसर पर छोटे बच्चों, दिव्यांगजनो, बीपी, शुगर के मरीजों, बुजुर्गों एंव गर्भवती महिलाएं दर्शन हेतु आने से परहेज करें। अत्याधिक भीड़ एवं ट्रैफिक जाम की समस्याओं से बचने हेतु मीडिया एवं अन्य माध्यमों से सही स्थिति की जानकारी एवं आकलन करने के उपरांत यात्रा का कार्यक्रम बनाएं। एडवाइजरी के माध्यम से कहा गया कि पूर्ण रूप से स्वस्थ्य होने पर एव भीड़ कम होने पर ही यात्रा का कार्यक्रम बनाये, जिससे कि यात्रा से पूर्ण लाभ एवं आनन्द प्राप्त हो सके।