एंबुलेंस में महिला से छेड़खानी को लेकर भड़के कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, बीजेपी सरकार पर उठाए सवाल
यूपी के सिद्धार्थनगर में चलती एंबुलेंस में महिला के साथ छेड़खानी की शर्मसार करने वाला मामला तूल पकड़ रहा है। इस मामले में अब कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए यूपी की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है।
यूपी के सिद्धार्थनगर में चलती एंबुलेंस में महिला के साथ छेड़खानी की शर्मसार करने वाला मामला तूल पकड़ रहा है। इस मामले में अब कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए यूपी की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने महिलाओं के खिलाफ हाल ही में हुई कई घटनाओं का जिक्र किया और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग उठाई है।
प्रमोद तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं घटना के बारे में सोचकर मन सिहर जाता है। अमानवीयता के किस मुकाम पर हम पहुंच गए हैं। क्या प्रदेश में कोई कानून का राज नहीं है? एक एंबुलेंस, उसका ड्राइवर, सहायक, ऑक्सीजन लगा हुआ पति, उसकी मदद कर रही जीवन के लिए उसकी पत्नी। ऑक्सीजन निकाल लिया जाता है। पति मर जाता है। यह घटना मानवता और उत्तर प्रदेश को शर्मसार करने वाली है। क्या यूपी में भाजपा सरकार में कोई कानून-व्यवस्था नहीं रह गई। मैं यही कहूंगा जो भाजपा सरकार हाथरस, गाजियाबाद, फर्रुखाबाद और पूरे प्रदेश में महिलाओं की रक्षा नहीं कर पा रही है, उस सरकार में कोई कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। यह जघन्य है, अमानवीय है। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। दोषियों को कठोरतम सजा देनी चाहिए। ये घटना सोचकर सिहर जाते हैं।
घटना होने के चार दिनों तक खामोश बैठने के बाद लखनऊ से लेकर बस्ती तक की पुलिस अब एक्शन में मोड में नजर आ रही है। गत 29 अगस्त की देर रात हुई वारदात में एंबुलेंस में सवार मरीज की जान जाने के बाद भी पुलिस का कलेजा नहीं पसीजा। एक सितम्बर को छावनी थाने पर जब पीड़ित पक्ष केस दर्ज कराने पहुंचा तो उसे यह कहते हुए लौटा दिया गया कि इसका केस लखनऊ में जाकर दर्जकराओ। प्रकरण सुर्खियों में आने के बाद उच्चाधिकारियों ने पल-पल की मॉनीटरिंग शुरू कर दी है।