गांव वालों से मिलती थी बहू, ससुर ने कुल्हाड़ी से वार कर की हत्या, खुद लगाई फांसी
- यूपी में शाहजहांपुर के कांट ब्लाक के गांव हठीपुर कुर्रिया में मंगलवार रात बड़ी वारदात हो गई। ससुर ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर अपनी पुत्रवधू को मौत के घाट उतार दिया। ससुर अपनी पुत्रवधू से इसलिए नाराज रहता था कि वह खुले विचार की थी, गांव में हर जगह उसका आना जाना था।

यूपी में शाहजहांपुर के कांट ब्लाक के गांव हठीपुर कुर्रिया में मंगलवार रात बड़ी वारदात हो गई। ससुर ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर अपनी पुत्रवधू को मौत के घाट उतार दिया। ससुर अपनी पुत्रवधू से इसलिए नाराज रहता था कि वह खुले विचार की थी, गांव में हर जगह उसका आना जाना था। ससुर पुत्रवधू को घर में रहने को कहता था, पुत्रवधू मानती नहीं थी।
मंगलवार रात भी पुत्रवधू बाहर से 12 बजे के बाद आई थी, ससुर ने टोका था, पहले झगड़ा हुआ, फिर ससुर ने पुत्रवधू को मार डाला। पुत्रवधू की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या करने के बाद ससुर राजपाल सिंह ने फांसी लगाकर खुद भी जान दे दी। उसका शव हठिपुर कुरिया गांव में एक बाग में लटकता हुआ बरामद किया गया।
हठीपुर कुर्रिया गांव निवासी राजपाल सिंह का एक ही बेटा सर्वेश उर्फ भल्लू है। सर्वेश ट्रक ड्राइवर है, वह हापुड़ में रहता है। आठ माह पहले मध्य प्रदेश में सर्वेश की मुलाकात सुमित्रा से हुई थी। सुमित्रा पहले से शादीशुदा थी, उसकी एक सात साल की बेटी भी है। सर्वेश सुमित्रा को पसंद करने लगा। सर्वेश सुमित्रा और उसकी बेटी गुड़िया को अपने घर ले आया।
सुमित्रा हठीपुर कुर्रिया गांव में सर्वेश की पत्नी की तरह घर में रहने लगी। सर्वेश अक्सर बाहर रहता था, गांव देहात में होने वाले कार्यक्रमों में सुमित्रा बुलावा आने पर व्यवहार आदि करने के लिए जाने लगी। ससुर को सुमित्रा का चालचलन ठीक नहीं लगा तो उसने टोकना शुरू कर दिया। सुमित्रा ने ससुर राजपाल सिंह को नजरअंदाज किया।
सुमित्रा की मनमानी बढ़ती जा रही थी, उधर ससुर का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। मंगलवार को गांव में कहीं बुलावा था, सुमित्रा अपनी बेटी को घर में छोड़ कर बुलावा में गई थी। वह रात 12 बजे के बाद घर में जब आई तो ससुर राजपाल सिंह जाग रहा था। उसने सुमित्रा से देर से आने का कारण पूछा तो सुमित्रा झगड़ने लगी। इसके बाद ससुर राजपाल का गुस्सा बढ़ता चला गया और उसने कुल्हाड़ी उठाई, तब सुमित्रा घर के बाहर भागी, लेकिन ससुर ने सुमित्रा पर पीछे से कुल्हाड़ी से वार किया तो वह गिर गई। ससुर ने कुल्हाड़ी के कई वार सुमित्रा पर किए, जिससे सुमित्रा की गर्दन कट गई, अलग नहीं हुई, लेकिन ताबड़तोड़ वार के कारण सुमित्रा ने दम तोड़ दिया।
बुधवार सुबह सुमित्रा की बेटी गुड़िया सोकर उठी तो मां को मरा देखा, उसका बाबा राजपाल सिंह भी नहीं दिखा। सूचना पर पुलिस आई। पुलिस ने गुड़िया से पूछताछ की। गुड़िया ने बताया कि वह रात में अपनी दादी के राजवती के पास सो रही थी। मम्मी गांव में बुलावे में गई थी। रात 12 बजे उसके कानों में आवाज आई तो वह उठकर कमरे से निकली तो मम्मी और बाबा में झगड़ा हो रहा था। गुड़िया का कहना है कि दोनों में झगड़ा तो अक्सर होता रहता था, इसलिए रात में उसने झगड़ा होते देखा फिर जाकर वह सो गई। सुबह उठी तो मम्मी की लाश पड़ी थी।