यूपी के प्राइमरी स्कूल आज से 14 जनवरी तक बंद, शीतकालीन अवकाश के बाद निकलेगा रिजल्ट
- पूरब से पश्चिम तक इस समय पूरे यूपी में अच्छी-खासी ठंड पड़ रही है। स्कूलों में छु्ट्टी हो गई है। बच्चे घर पर ही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों पर खास ध्यान देने की आवश्यकता है। ठंड और शीतलहर से उन्हें बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने चाहिए।
Up School Closed: यूपी के प्राइमरी स्कूल आज यानी 31 दिसम्बर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक बंद रहेंगे। शीतकालीन अवकाश के बाद 15 जनवरी 2025 को स्कूल खुलेंगे। इसके बाद ही अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं के परिणाम (Result) निकलेंगे। प्राइमरी स्कूलों में 23 दिसम्बर से 28 दिसम्बर तक अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं हुई थीं। शिक्षकों ने शीतकालीन अवकाश के लिए विद्यार्थियों को अच्छा-खासा होमवर्क भी दिया है। उधर, मौसम के तेवरों को देखते हुए डॉक्टर बच्चों को लेकर खास एहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। शिक्षकों की भी छुट्टी रहेगी। माध्यमिक स्कूलों में कक्षा नौ से 12 वीं के बच्चों के प्री बोर्ड, प्रैक्टिकल और बोर्ड परीक्षाओं के चलते स्कूल खुले रहेंगे।
पूरब से पश्चिम तक इस समय पूरे यूपी में अच्छी-खासी ठंड पड़ रही है। ऐसे में स्कूलों में छु्ट्टी हो गई है। बच्चे घर पर ही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। ठंड और शीतलहर से उन्हें बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने चाहिए। लेकिन इसके साथ बंद कमरें में अंगीठी या हीटर आदि जलती नहीं छोड़नी चाहिए। स्कूलों से बच्चों को 15 दिन के विंटर वेकेशन के लिए अच्छा-खासा होमवर्क भी मिला है। जाहिर है न्यू इयर सेलीब्रेशन के साथ ठंड से बचते हुए उन्हें अपनी पढ़ाई-लिखाई पर भी विशेष ध्यान देते रहना है।
दो दिन ठंड से राहत नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे कड़ाके की सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली है। इसकी वजह पहाड़ी इलाकों में हुई ताजा बर्फबारी है। वहां से होकर आ रही हवा ने गलन बढ़ा दी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अगले 24 घंटों में न्यूनतम पारा और गिरेगा। गलन भी और बढ़ेगी। इस दौरान एक और विक्षोभ सक्रिय होगा जिसका असर उत्तर प्रदेश में दो से तीन जनवरी के बीच देखने को मिलेगा।
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सर्दी का साइड इफेक्ट, गला चोक संग फूल रही सांस
सर्दी बढ़ते ही बीमारियों ने भी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सर्दी-खांसी, जुकाम के अलावा वायरल के मरीजों की भरमार लगी है। कानपुर में हैलट, उर्सला हॉस्पिटल की ओपीडी में हर तीसरा मरीज मौसमजनित रोगों का इलाज कराने पहुंचा। ब्रेन स्ट्रोक, सांस फूलने के भी मामलों में तेजी आई है। हैलट के डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि सर्दी-खांसी, जुकाम संग गला चोक व वायरल का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। ब्रेन स्ट्रोक के मरीज रोजाना 15 से 18 मरीज आ रहे है। निमोनिया, सांस फूलने के लक्षण वालों की भी कमी नहीं है। उर्सला के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. शैलेंद्र तिवारी के अनुसार, दो से तीन दिन के दौरान मौसमजनित रोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। सर्दी से बचाव करने संग सुबह के वक्त नहीं टहलें। बीपी व शुगर की दवा में लापरवाही बरतने से ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों में तेजी आई है। वहीं, स्किन विभाग में लाल चकत्ते, खुजली, दाने का इलाज कराने वालों की भीड़ है।