संभल शाही जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का भूमि पूजन संपन्न, हिंसा के बाद शांति-सुरक्षा के लिए पहल
संभल में शाही जामा मस्जिद के पास स्थित खाली भूमि पर पुलिस चौकी के निर्माण की शुरुआत शनिवार को भूमि पूजन के साथ हो गई। 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद क्षेत्र में शांति और संवेदनशीलता बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
संभल में शाही जामा मस्जिद के पास स्थित खाली भूमि पर पुलिस चौकी के निर्माण की शुरुआत शनिवार को भूमि पूजन के साथ हो गई। 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद क्षेत्र में शांति और संवेदनशीलता बनाए रखने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है। शनिवार सुबह एएसपी श्रीशचंद के नेतृत्व में भूमि पूजन संपन्न हुआ। ज्योतिषाचार्य पंडित शोभित शास्त्री ने विधिवत पूजा कराई। इससे पहले, शुक्रवार को एएसपी की निगरानी में भूमि की पैमाइश कर नींव खोदी गई थी। यह चौकी "सत्यव्रत चौकी" के नाम से जानी जाएगी।
सत्यव्रत नाम का ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि प्राचीन समय में संभल को सतयुग के दौरान सत्यव्रत नाम से जाना जाता था। शाही जामा मस्जिद के गेट पर लंबे समय से पुलिस बल तैनात था। अब चौकी निर्माण के बाद पुलिस की उपस्थिति और प्रभाव क्षेत्र में और मजबूत होगी। पुलिस प्रशासन का यह कदम क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने और स्थानीय लोगों के मन में सुरक्षा का भरोसा बढ़ाने के लिए उठाया गया है। चौकी का निर्माण जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है।
शाही जामा मस्जिद क्षेत्र की संवेदनशीलता और पिछले दिनों हुई हिंसा को देखते हुए यहां पुलिस चौकी बनाने का निर्णय लिया गया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के सकुशल संपन्न होने के बाद एएसपी ने मस्जिद के मुख्य गेट के पास मुख्य गट व खाली पड़ी भूमि की पैमाइश कराई। हालांकि मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने भूमि को अपनी और वफ्फ की होने का दावा करते हुए कुछ दस्तावेज भी दिखाए। संबंधित भूमि पर कोई विवाद न मिलने पर एएसपी ने चौकी निर्माण के लिए नींव की खोदाई शुरू करा दी थी।
सुरक्षा की दृष्टि से मस्जिद क्षेत्र की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। वहां आरएएफ तैनात की गई है। जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हिंसा हुई थी। इसमें चार युवकों की मौत हुई थी जबकि पुलिस व प्रशासनिक अफसरों समेत 29 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। क्षेत्र की संवेदनशीलता को देखते हुए अफसरों ने यहां पुलिस चौकी निर्माण को लेकर मंथन किया। एएसपी श्रीशचंद्र ने मस्जिद के मुख्य गेट के सामने खाली पड़ी भूमि पर निर्माण शुरू किया गया।