Good News: यूपी का ये स्टेट हाईवे बनेगा फोरलेन, टोल टैक्स से लागत वसूली पर होमवर्क जारी
- लखनऊ-बलिया राज्य राजमार्ग पहले करीब 441 किमी दूरी में फैला था। जो कि लखनऊ से होकर बाराबंकी, रायबरेली, सुलतानपुर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़ जिलों को जोड़ता है। इस मार्ग का ज्यादातर भाग भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ले चुका है।
उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण (उपसा) लखनऊ-बलिया हाईवे को जल्द ही फोरलेन में तब्दील करेगा। मार्ग को फोरलेन और सिक्स लेन में तब्दील करने पर टोल-टैक्स के जरिए निर्माण लागत की वसूली हो पाएगी या नहीं इस पर उपशा होमवर्क में जुटा हुआ है। अभी तक इस मार्ग की चौड़ाई सात मीटर है। अब जिले से शाहगंज तक 75 किमी की दूरी में लखनऊ-बलिया राज्य राजमार्ग बचा हुआ है।
लखनऊ-बलिया राज्य राजमार्ग पहले करीब 441 किमी दूरी में फैला था। जो कि लखनऊ से होकर बाराबंकी, रायबरेली, सुलतानपुर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़ समेत जनपदों को जोड़ता है। इस मार्ग का ज्यादातर भाग भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) करीब 366 किमी ले चुका है। अब यह मार्ग जिले से अमहट से सूरापुर तक 45 और जौनपुर जिले के शाहगंज तक 75 किमी की दूरी में बचा हुआ है। जिले के राज्य राजमार्ग भाग के रखरखाव की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड देख रहा है। इस मार्ग को फोरलेन व सिक्स लेने में तब्दील करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने इस सड़क को अपने कार्य क्षेत्र में ले लिया है।
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लेकिन मार्ग को फोरलेन व सिक्स लेन में तब्डील करने से पहले उसका परीक्षण भी करवा रहा है। परीक्षण में शामिल किया गया है। अगर प्राधिकरण की ओर से मार्ग को फोरलेन में तब्दील किया जाता है तो उसके बाद मार्ग से संचालित वाहनों से सड़क निर्माण की लागत टोल प्लाजा के जरिए वसूली हो पाएगी कि निर्माण लागत भी फंस जाएगी। फोरलेन व सिक्सलेन निर्माण कराने को लेकर तकनीकी जांच के लिए टेंडर भी करा दिया है। जनवरी माह में सड़क का परीक्षण होना है।
अभी सात मीटर चौड़ा है मार्ग, सड़क के दोनों ओर था खड़ंजा
लखनऊ-बलिया राज्य मार्ग अभी सात मीटर चौड़ा है। पहले यह मार्ग साढ़े तीन और पांच मीटर चौड़ा हुआ करता था। सड़क के दोनों तरफ करीब डेढ़-ढेढ़ फिट का ईट का खडंजा हुआ करता था। सबसे सीधा ओर कम दूरी का तय करने वाले मार्ग से शाहगंज, आजमगढ़, बलिया, देवरिया समेत जनपदों के वाहन इसी मार्ग से गुजरते थे। वर्ष 2013 में इस मार्ग को सात मीटर चौड़ीकरण कराकर टू-लेन में तब्दील किया गया। जिसके बाद से इस मार्ग पर स्थानीय स्तर पर यातायात बढ़ गए। लेकिन एक्सप्रेस-वे का निर्माण होने के बाद यातायात फिर काफी घट गया।
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लोक निर्माण विभाग से कट जाएगी यह सड़क
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खण्ड के अंर्तगत अभी तक लखनऊ-बलिया स्टेट हाईवे था। अभी तक इसका रखरखाव लोक निर्माण विभाग कराता था। अब उत्तर प्रदेश राज्य मार्ग प्राधिकरण में जाने के बाद यह मार्ग लोनिवि से कट जाएगा। इसके रखरखाव की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण पर हो जाएगी। लोनिवि की सबसे लम्बी एक सड़क कम हो जाएगी। इससे नए साल पर लोनिवि को एक सड़क कटने का नुकसान उठाना पड़ेगा। जिले के अंदर यह इकलौता स्टेट हाईवे था। अब जिले में कोई स्टेट हाईवे नहीं नहीं रहेगा।
क्या बोले अधिकारी
उत्तर प्रदेश राज्य राजमार्ग प्राधिकरण के महाप्रबंधक प्रशासन श्रीनिवास त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ-बलिया हाईवे पर फोरलेन व सिक्स लेन सड़क निर्माण कराने से पहले उसके यातायात लोड का टेंडर निकाल कर परीक्षण कराया जा रहा है। जिसमें यह देखा जाएगा कि मार्ग के निर्माण की लागत टोलप्लाजा से निकल पाएगी कि नहीं इस पर मंथन किया जा रहा है।