प्रयागराज को एक और वंदेभारत मिलने की उम्मीद, रांची-वाराणसी ट्रेन के विस्तार का प्रस्ताव
प्रयागराज को मिल रही वंदेभारत ट्रेनों की सौगात में जल्द ही रांची-वाराणसी वंदेभारत भी शामिल हो सकती है। इसके लिए रेलवे की परामर्शदात्री समिति ने प्रयागराज मंडल को प्रस्ताव दिया है। जिसे स्वीकार कर रेलवे बोर्ड भेजा जा रहा है।
प्रयागराज को मिल रही वंदेभारत ट्रेनों की सौगात में जल्द ही रांची-वाराणसी वंदेभारत भी शामिल हो सकती है। इसके लिए रेलवे की परामर्शदात्री समिति ने प्रयागराज मंडल को प्रस्ताव दिया है। जिसे स्वीकार कर रेलवे बोर्ड भेजा जा रहा है। इस ट्रेन का विस्तार वाराणसी से प्रयागराज रामबाग तक होने की संभावना है। इससे प्रयागराज की वंदे भारत बढ़ जाएगी। प्रयागराज को हाल ही में एक और वंदे भारत मिली थी जो आगरा, इटावा, कानपुर और वाराणसी के यात्रियों के लिए सफर आसान बना रही है।
रांची-वाराणसी वंदेभारत ट्रेन का संचालन दक्षिण पूर्व रेलवे कर रहा है। पूर्व में जनप्रतिनिधियों ने भी ट्रेन के विस्तार की मांग रखी थी। फिर मंडल रेल परामर्शदात्री समिति ने इस मांग को उठाया। तर्क है कि इससे रांची की कनेक्टिविटी बेहतरीन होगी और वाराणसी से प्रयागराज रामबाग तक की दूरी महज सवा घंटे में पूरी होगी। इस क्रम में प्रयागराज से रांची के दैनिक मुसाफिरों की मांग को भी शामिल किया गया। इस ट्रेन की शुरुआत लोकसभा चुनाव की अधिसूचना से ठीक पहले हुई थी।
ट्रेन नंबर 20887 रांची से सुबह 5.10 बजे चलती है जो दोपहर एक बजे वाराणसी आती है और वाराणसी से ट्रेन नंबर 20888 शाम 4.05 बजे चलकर रात 11.55 बजे रांची पहुंचती है। अभी जो प्रस्ताव भेजा गया है उसमें इसे रांची से सुबह पांच बजे चलाने की बात कही जा रही है। ताकि रांची वंदे भारत यहां दोपहर 2.30 बजे तक पहुंच जाए। वापसी में इसे यहां से दोपहर तीन बजे चलाने का प्रस्ताव है। ताकि रात 12 बजे तक ट्रेन रांची पहुंच जाए। क्षेत्रीय उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति के सदस्य शिवशंकर सिंह ने बताया कि इस ट्रेन का प्रयागराज तक विस्तारजरूरीहै।