महाकुंभ से पहले प्रयागराज पहुंचे पांच अखाड़ों ने किया भूमि पूजन, तैयारियां शुरू
महाकुम्भ 2025 के लिए जमीन आवंटन के बाद संतों ने बुधवार को भूमि पूजन कर लिया। पहली बार जूना, आह्वान, अग्नि, निरंजनी और आनंद अखाड़े का भूमि पूजन एक साथ हुआ। सुबह 11 बजे शुभ मुहूर्त लगते ही संतों ने पूजन शुरू किया।
महाकुम्भ 2025 के लिए जमीन आवंटन के बाद संतों ने बुधवार को भूमि पूजन कर लिया। पहली बार जूना, आह्वान, अग्नि, निरंजनी और आनंद अखाड़े का भूमि पूजन एक साथ हुआ। सुबह 11 बजे शुभ मुहूर्त लगते ही संतों ने पूजन शुरू किया। वेद पाठियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन कराया। नारियल फोड़कर शिविर के लिए भूमि पूजन हुआ। पहले निरंजनी और आनंद अखाड़े का भूमि पूजन हुआ और फिर जूना, आह्वान और अग्नि अखाड़े का भूमि पूजन किया गया। इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्रपुरी, महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत यमुनापुरी, बड़ा उदासीन अखाड़े के मुखिया महंत दुर्गादास, जूना अखाड़े से महंत मोहन भारती, अग्नि अखाड़े से महंत सर्वेश्वरानंद, निरंजनी अखाड़े से सचिव महंत ओंकार गिरि सहित बड़ी संख्या में साधु संत मौजूद रहे।
प्रशासन की ओर से एडीएम कुम्भ विवेक चतुर्वेदी भूमि पूजन में शामिल हुए। पूजन के बाद महंत रविंद्र पुरी ने बताया कि पूजन के बाद अब महाकुम्भ के लिए अखाड़े का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। उन्होंने महाकुम्भ 2025 के सकुशल होने की ईश्वर से कामना की और कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पर सभी व्यवस्थाएं अच्छी करा रहे हैं। इस बार महाकुम्भ उनकी आशाओं के अनुरूप सबसे अच्छा होगा।
बड़ा और नया उदासीन का भूमि पूजन आज
बड़ा और नया उदासीन अखाड़े का भूमि पूजन गुरुवार को होगा। बड़ा उदासीन अखाड़े के मुखिया महंत दुर्गादास ने बताया कि सुबह 10 बजे पहले गंगा पूजन होगा और इसके बाद भूमि पूजन किया जाएगा।
आज 11 बजे से दंडीबाड़ा का होगा जमीन आवंटन
मेला क्षेत्र में अखिल भारतीय दंडीबाड़ा समिति को जमीन आवंटन गुरुवार सुबह 11 से किया जाएगा। समिति पदाधिकारियों का कहना है कि जमीन कम मिल रही है। हालांकि एडीएम कुंभ विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि कुछ समस्या है, लेकिन संतों को लेआउट दिखा दिया गया है। गुरुवार को जमीन आवंटन होगा।