Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Police Recruitment joy of getting selected in ended in three days Mamta lost race of life before the race of physical

UP police Result: सेलेक्ट होने की खुशी तीन दिन में खत्म, फिजिकल की दौड़ से पहले जिंदगी की रेस हारी ममता

UP police Result; यूपी पुलिस की वर्दी पहनकर सिपाही बनने का सपना देखने वाली अलीगढ़ की ममता के परिवार की खुशियां दो दिन में ही खत्म हो गई। घर में मातम छा गया है। सिपाही भर्ती की फिजिकल परीक्षा के लिए दौड़ से पहले ममता जिंदगी की दौड़ हार गई।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तान, खैर (अलीगढ़)Sat, 23 Nov 2024 10:11 PM
share Share

UP police Result; यूपी पुलिस की वर्दी पहनकर सिपाही बनने का सपना देखने वाली अलीगढ़ की ममता के परिवार की खुशियां दो दिन में ही खत्म हो गई। घर में मातम छा गया है। सिपाही भर्ती की फिजिकल परीक्षा के लिए दौड़ से पहले ममता जिंदगी की दौड़ हार गई। उसे शनिवार सुबह दौड़ते समय हार्ट अटैक हुआ और मौत हो गई।

अलीगढ़-पलवल रोड के गांव अर्राना के किसान विक्रम सिंह के पांच बच्चों में एक बेटा दिल्ली फायर विभाग में है। चार बेटियों में 21 वर्षीय ममता सबसे छोटी थी। बीएससी की पढ़ाई कर रही ममता ने सिपाही भर्ती का आवेदन भरा और लिखित परीक्षा परिणाम में वह 212 अंकों के साथ पास हुई।

परिणाम तीन दिन पहले ही आया। मगर वह पहले से ही सिपाही भर्ती के लिए फिजिकल की तैयारी के क्रम में गांव से अर्राना कांटा तक नियमित सुबह दौड़ लगाती थी। गांव में ही अपने परिवार के कोचिंग-लाइब्रेरी संचालक चाचा हरिमोहन चौधरी के यहां तैयारी करती थी।

ये भी पढ़ें:यूपी पुलिस में सिपाही के लिए दो गांवों के 36 युवाओं का चयन, सगे भाई-बहन भी शामिल

वाकये के अनुसार अपनी कुछ सहेलियों संग शनिवार सुबह पांच बजे वह दौड़ लगाने निकली। कुछ दूर दौड़ते ही उसे बेहोशी छाने लगी और वह गिर गई। सहेलियों की सूचना पर पहुंचे परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत का कारण हृदयाघात ही माना गया है। बाद में परिजन शव ले आए और शाम को अंतिम संस्कार कर दिया।

डेढ़ माह पहले भी हुई थी परेशानी :

रिश्ते के चाचा कोचिंग संचालक हरिमोहन चौधरी के अनुसार ममता को दौड़ लगाते समय करीब एक डेढ़ माह पूर्व भी इसी तरह की समस्या हुई थी। तब भी बेहोश हुई थी। हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाया गया था। जांच व उपचार में उसे कुछ दिन दौड़ न लगाने की सलाह दी गई थी। हालांकि स्पष्ट तौर पर कोई परेशानी सामने नहीं आई थी। उसने दौड़ बंद भी की। अब फिर से दौड़ शुरू की और उसकी जान चली गई।

अगला लेखऐप पर पढ़ें