यूपी पुलिस हॉफ एनकाउंटर में पांच बदमाशों के पैर में लगी गोली, परिवार को बंधक बनाकर की थी डकैती
आगरा के खंदौली में गांव उजरई कलां स्थित त्रिलोक धाम कालोनी में भवन ठेकेदार दिनेश कुमार के घर 20 अक्तूबर की रात डाका ही पड़ा था। चंदपा, हाथरस के गैंग ने धावा बोला था। खंदौली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने वारदात में शामिल पांच बदमाशों को पकड़ा है।
आगरा के खंदौली में गांव उजरई कलां स्थित त्रिलोक धाम कालोनी में भवन ठेकेदार दिनेश कुमार के घर 20 अक्तूबर की रात डाका ही पड़ा था। चंदपा, हाथरस के गैंग ने धावा बोला था। खंदौली पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने वारदात में शामिल पांच बदमाशों को पकड़ा है। मुठभेड़ के दौरान पांचों बदमाशों के गोली लगी। ऐसा पहली बार हुआ है जब सभी बदमाश पुलिस की गोली से जख्मी हुए हैं। घटना में शामिल एक बदमाश फरार है। खुलासे से यह भी साबित हुआ कि पुलिस ने पहले घटना को हल्का किया था। हालांकि पुलिस ने अब डकैती की धारा बढ़ा दी है।
बदमाश बराबर स्थित निर्माणाधीन मकान में सीढ़ी लगाकर ठेकेदार की पहली मंजिल पर पहुंचे थे। उसकी पत्नी और बच्चों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब चार बजे यमुना एक्सप्रेसवे मलूपुर सर्विस रोड पर पुलिस ने बदमाशों को घेरा। दोनों तरफ से गोलियां चलीं। बदमाश कार में थे। पुलिस को देखकर फायरिंग करते हुए भागे। फायरिंग में पांचों बदमाशों के पैर में गोली लगी। उन्हें इलाज के लिए भेजा गया।
बदमाशों ने पूछताछ में अपने नाम शाहरुख, सलमान, शाहिद, चमन और लाल मोहम्मद बताए। पांचों चंदपा, हाथरस के निवासी हैं। आरोपियों के पास लूट के एक जोड़ी कुंडल, पांच तमंचे और कारतूस बरामद हुए। उस कार को भी बरामद किया है जिससे बदमाश डाका डालने आए थे। एसीपी एत्मादपुर पियूष कांत राय ने बताया कि फरार बदमाश की पहचान इमरान के रूप में हुई है। कार शाहरूख की है।
बड़ा सवाल, पहले क्यों नहीं माना डाका
बड़ा सवाल यह है कि खुलासे के बाद पुलिस ने घटना को डकैती क्यों नहीं माना। जब घटना के बाद ठेकेदार और बच्चों ने पुलिस को घटना बताई तो पुलिस यह मानने को ही तैयार नहीं थी कि घटना हुई है। ठेकेदार को हड़काया था। उससे कहा था कि सीढ़ी से ऊपर चढ़कर दिखाए। खुलासा हुआ तो पुलिस वाहवाही लूट रही है। जानकर उस समय पीड़ित से तहरीर में तीन-चार बदमाश लिखवाए गए थे।
विधायक ने कहा था होगा खुलासा
एत्मादपुर विधानसभा के भाजपा विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह पीड़ित परिवार से मिले थे। उन्हें हिम्मत दी थी। भरोसा दिलाया था कि उसके साथ अन्याय नहीं होने देंगे। घटना का जल्द खुलासा होगा। उकत्ती पड़ी है तो डकैती में ही बदमाश जेल जाएगे। पीड़ित को उन्होंने भरोसा दिलाया था कि पुलिस उसकी और उसके परिवार की सुरक्षा का भी ध्यान रखेगी। विधायक ने पुलिस के अधिकारियों से वार्ता भी की थी।