एक नंबर का हेर-फेर पड़ रहा भारी, पुलिस ने बुलेट चलाने वाले को भेजा कार का चालान, पढ़ें मामला
मानसरोवर इलाके में कार का नो पार्किंग का चालान किया गया। ट्रैफिक पुलिस ने चालान को बुलेट बाइक के मालिक को भेज दिया। गलत चालान से परेशान बुलेट मालिक चालान कटवाने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहा है।
सरकारी विभागों में लापरवाही के मामले तो आपने सुने होंगे, मगर ट्रैफिक पुलिस उससे एक कदम और आगे है। ट्रैफिक पुलिस वाले उस व्यक्ति को भी चालान भेज सकते हैं जो गाड़ी का मालिक भी न हो। ऐसा ही मामला महानगर मुरादाबाद में सामने आया है। मानसरोवर इलाके में कार का नो पार्किंग का चालान किया गया। ट्रैफिक पुलिस ने चालान को बुलेट बाइक के मालिक को भेज दिया। गलत चालान से परेशान बुलेट मालिक चालान कटवाने के लिए अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहा है। अभी तक ट्रैफिक पुलिस ने बुलेट मालिक के चालान का निपटारा नहीं किया है। इस वजह से बाइक मालिक को अफसरों के दफ्तर पर चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है।
अधिकारियों की गलती की सजा बुलेट मालिक को भुगतनी पड़ रही है। उसका कहना है कि न तो उसके पास गाड़ी है और न ही चालान उसका है। फिर भी अधिकारी उसे काटने में लापरवाही कर रहे हैं। उसे दफ्तरों के चक्कर कटवाए जा रहे हैं। ऐसे में वो पहले ही चालान के कारण परेशान है और अब उसे चालान कटवाने के लिए और परेशानी हो रही है।
पार्किंग में नियमों के उल्लंघन में चालान
कटघर के लाजपतनगर में रहने वाले विक्की उर्फ संधू बुलेट बाइक के मालिक हैं। 14 नवंबर को उनके मोबाइल पर नो पार्किंग का चालान कटने का मैसेज आया। उनकी बाइक का नंबर यूपी 22 एबी 9444 है। चालान को देखा तो उसमें सेंट्रो कार की फोटो लगी हुई थी। कार का नंबर यूपी 21 एबी 9444 दर्ज था। पुलिस ने कार मालिक की जगह चालान बुलेट मालिक को भेज दिया। ट्रैफिक पुलिस के कारनामे की सजा विक्की भुगत रहे हैं। वह लगातार ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिस अफसरों के यहां चक्कर काट रहे हैं। एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद गंगवार ने बताया कि तकनीकि खामी के कारण ऐसा हुआ होगा। पीड़ित व्यक्ति का चालान कटवाया जाएगा।