सूदखोरों के तगादे से परेशान युवक ने की आत्महत्या, 6 दिन बाद पिता की भी गई जान
मेरठ में सूदखोर से परेशान होकर बहसूमा के अस्सा गांव निवासी युवक ने जान दे दी। जवान बेटे की मौत के सदमे में छह दिन के भीतर ही पिता की भी मौत हो गई। इस मामले में खुलासा हुआ कि दो साल पहले बेटे के उपचार के लिए युवक ने सूदखोर से 35 हजार रुपये ब्याज पर लिए थे।
मेरठ में सूदखोर से परेशान होकर बहसूमा के अस्सा गांव निवासी युवक ने जान दे दी। जवान बेटे की मौत के सदमे में छह दिन के भीतर ही पिता की भी मौत हो गई। इस मामले में खुलासा हुआ कि दो साल पहले बेटे के उपचार के लिए युवक ने सूदखोर से 35 हजार रुपये ब्याज पर लिए थे, जिसे सूदखोर ने दो लाख बना दिए। इतनी रकम वो चुका नहीं पा रहा था। सूदखोर रकम वापस करने का तगादा कर रहे थे। इसी बात से परेशान होकर युवक ने जान दी थी। बेटे की जान जाने के बाद से ही पिता भी सदमे में थे।
बहसूमा थाना क्षेत्र के अस्सा गांव निवासी चांदतारी ने बताया कि उसके पति मोनू ने दो साल पहले गांव निवासी रविंद्र से 35 हजार रुपये की रकम ब्याज पर ली थी। बताया कि 12 वर्षीय बेटा लक्की बीमार हो गया था, जिसका उपचार कराने के लिए यह रकम ली थी। इसके बाद लगातार ब्याज का भुगतान रविंद्र को किया गया, लेकिन अब रविंद्र ने ब्याज पर ब्याज लगाकर दो लाख रुपये की रकम का भुगतान करने को कहा।
10 अक्तूबर को रविंद्र ने घर पर पहुंचकर मकान पर कब्जे की धमकी दी थी। इसी बात से परेशान होकर मोनू ने फांसी लगा ली। मोनू की मौत के छह दिन बाद यानी 16 अक्टूबर को उसके पिता कटार सिंह की भी सदमे के चलते मौत हो गई। परिवार में दो मौत के बाद से कोहराम मचा हुआ है। पहले ही बेटे की मौत के बाद से परिवार सदमे में था और अब एक और मौत के बाद से परिवार समेत मोहल्ले में कोहराम मच गया है।