बच्चों के पास पाकिस्तानी पासपोर्ट पर सना भारतीय, मायके से पाक वापसी में फंसा पेंच
पाकिस्तान से अपने दो बच्चों के साथ 45 दिन के वीजा पर यूपी में मेरठ के सरधना स्थित अपने मायके आई सना अजीब कश्मकश में फंस गई हैं। सना का पासपोर्ट भारत का है, जबकि उसके दो मासूम बच्चों के पासपोर्ट पाकिस्तान के हैं।

पाकिस्तान से अपने दो बच्चों के साथ 45 दिन के वीजा पर यूपी में मेरठ के सरधना स्थित अपने मायके आई सना अजीब कश्मकश में फंस गई हैं। सना का पासपोर्ट भारत का है, जबकि उसके दो मासूम बच्चों के पासपोर्ट पाकिस्तान के हैं। पासपोर्ट के आधार पर उसके बच्चों को तो पाकिस्तान में एंट्री दी जा रही है, लेकिन उसे रोक दिया गया। सरधना के मोहल्ला घोसियान निवासी सना पुत्री पीरूदीन की शादी पाकिस्तान में हुई है। सना के दो बच्चे हैं। एक बेटा तीन वर्ष और एक बेटी छह माह की है।
बताया जा रहा है कि दस दिन पहले सना 45 दिन का वीजा लेकर भारत आई थीं। इस बीच पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए लोगों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश जारी कर दिया। सना अपने दोनों बच्चों के साथ गुरुवार देर रात पाकिस्तान जाने के लिए अटारी बॉर्डर पहुंचीं। लेकिन सना का पासपोर्ट भारत का होने के कारण उन्हें पाकिस्तान जाने से रोक दिया गया। जबकि दोनों बच्चों को पाकिस्तान जाने की इजाजत मिल गई।
बच्चों के पासपोर्ट जन्म के आधार पर पाकिस्तान के बने हुए हैं। सना ने बच्चों को अकेले भेजने से इनकार कर दिया। बाद में सना ने एलआईयू के अधिकारियों से संपर्क किया और मासूम बच्चे होने का हवाला दिया। फिलहाल अधिकारियों ने उन्हें कुछ समय देने की बात कही है। कहा कि कोई समाधान निकाला जाएगा।
पाकिस्तान में एंट्री नहीं
पाकिस्तान के नागरिकों को डिपोर्ट किये जाने का फरमान जारी होने के बाद मेरठ प्रशासन ने सना से संपर्क साधा और वीजा रद्द करते हुए पाकिस्तान लौटने के लिए कह दिया। पुलिस की एक खुफिया टीम सना को दोनों बच्चों के साथ लेकर शुक्रवार सुबह बाघा बॉर्डर के लिए रवाना हो गई थी लेकिन पाकिस्तान में सना को एंट्री नहीं मिली है।