तड़के 4 बजे बिन बैंड-बाजा गाड़ी से निकले प्रेमानंद महाराज, 10 मीटर की पदयात्रा
- प्रेमानंद महाराज ने शुक्रवार तड़के 2 नहीं बल्कि 4 बजे पदयात्रा की। ये पद यात्रा केवल 10 मीटर की रही। आश्रम से 10 मीटर की दूरी तक प्रेमानंद महाराज गाड़ी से पहुंचे। उनकी पद यात्रा में कोई गाजा-बाजा भी नहीं रहा।
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मथुरा के वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज की पद यात्रा को लेकर आश्रम ने घोषणा की थी बढ़ती भीड़ और महाराज के गिरते स्वास्थ्य के कारण इसे बंद किया जाएगा। हालांकि, घोषणा के बाद भी शुक्रवार तड़के प्रेमानंद महाराज ने रास्ते में जमा भक्तों की भीड़ को दर्शन दिए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यात्रा तड़के 4 बजे प्रेमानंद माहाराज गाड़ी से आए और भक्तों को दर्शन दिए। प्रेमानंद महाराज शुक्रवार तड़के छटीकरा मार्ग पर श्रीकृष्ण शरणम में अपने घर से परिक्रमा मार्ग पर श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पैदल चलते हुए आते हैं लेकिन आज वो गाड़ी से चौराहे तक पहुंचे और भक्तों को दर्शन दिए।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तड़के 4 बजे प्रेमानंद महाराज ने यात्रा की। उनके दर्शन को रास्ते पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ जमा थी। अहम बात ये रही की इस यात्रा के दौरान आमतौर पर होने वाले बैंड-बाजा या ढोल-नगाड़े नहीं दिखाई दिए। आज तड़के यात्रा बिना शोर के रही। प्रेमानंद महाराज रोज की तरह पैदल नहीं दिखे। महाराज गाड़ी से आए और चौराहे पर गाड़ी से उतरे। यहां उन्होंने भक्तों से भेंट की। यहां से उन्होंने पदयात्रा की। प्रेमानंद महाराज पैदल ही हित राधा केलि कुंज परिकर श्रीधाम वृंदावन की तरफ गए। केवल 10 मीटर पहले ही गाड़ी रोकी गई थी।
गौरतलब हो कि गुरुवार को आश्रम की ओर से आधिकारिक घोषणा की गई थी कि महाराज जी के स्वास्थ व बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए, महाराज जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 02:00 बजे से श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, जिसमें सब दर्शन पाते थे, वो अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाता है। अब शुक्रवार को हुई यात्रा के बाद ये स्पष्ट नहीं है कि यात्रा जारी रहेगी या नहीं। बता दें कि भक्तों की भीड़ रातभर से महाराज के दर्शन को जमा हो जाती है। वहीं, आस-पास के निवासी लोगों ने रात में होने वाले शोर का विरोध किया है।