Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़UP Lucknow PGI Doctor mother Digital Arrest for seven days cyber Crime 18 lakh transferred

डॉक्टर की मां को सात दिन डिजिटल अरेस्ट रख लूटा, खाते से ट्रांसफर कराए 18 लाख

साइबर ठगों ने एक बार फिर लखनऊ के पीजीआई डॉक्टर को निशाना बनाया। इस बार जालसाजों ने एक डॉक्टर की मां को कॉल मिला कर सात दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। उन्हें धमका कर खाते से करीब 18 लाख रुपये भी ट्रांसफर कराए गए।

Srishti Kunj हिन्दुस्तान, लखनऊSun, 17 Nov 2024 11:21 AM
share Share

साइबर ठगों ने एक बार फिर लखनऊ के पीजीआई डॉक्टर को निशाना बनाया। इस बार जालसाजों ने एक डॉक्टर की मां को कॉल मिला कर सात दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। उन्हें धमका कर खाते से करीब 18 लाख रुपये भी ट्रांसफर कराए गए। मां का व्यवहार बदला देख बेटे को संदेह हुआ। पूछताछ करने धोखाधड़ी का पता चला। जिसकी एफआईआर शुक्रवार को साइबर थाने में दर्ज कराई गई।

पांच नवंबर को आई पहली कॉल
चंडीगढ़ पंचकुला निवासी शिखा हलदर रिटायर शिक्षिका है। बेटा और बहू पीजीआई में डॉक्टर है। जिनके साथ शिखा एसजीपीजीआई ओल्ड कैंपस में रहती है। शिख के मुताबिक पांच नवंबर को पहली बार उन्हें कॉल आई। फोन करने वाले ने एसबीआई कस्टमर एजेंट के तौर पर परिचय दिया। एजेंट ने बताया कि शिखा के नाम से क्रेडिट कार्ड है। जिसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए हुआ है।

यह बात कहने के बाद कॉल मुम्बई पुलिस को ट्रांसफर कर दी। कथित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शिखा मनी लांड्रिंग में शामिल है। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ है। यह बात सुन कर वह काफी डर गई। मुकदमे से बाहर निकालने के लिए रिटायर शिक्षिका पर रुपये देने का दबाव डाला गया। पांच नवंबर से 12 नवंबर तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट रखते हुए खाते से रुपये ट्रांसफर कराए गए।

ये भी पढ़ें:घर से बुला गोली से उड़ाया, करणी सेना के आंदोलन में सक्रिय थे विशाल सिंह

किसी को बताया तो गिरफ्तार कर लेंगे
जालसाजों के खौफ से शिखा ने बेटे-बहू को भी कोई जानकारी नहीं दी थी। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने में अक्षम शिखा घर से बेटे-बहू को बताए बिना बैंक जाती थीं। जहां से ठगों के बताए खाते में करीब 18 लाख रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद भी मांग जारी रही। पीड़िता के मना करने पर उन पर एफडी तोड़ने का दबाव डाला गया। इस बीच शिखा के व्यवहार में बदलाव देख बेटे और बहू को संदेह हो गया। उनके पूछताछ करने पर शिखा ने डिजिटल अरेस्ट किए जाने की जानकारी दी। इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश यादव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें