तेंदुए से ऊंचा कुत्ता कर रहा हैरान, डॉग शो में चला श्वान का ब्यूटी पार्लर, सजाकर किए तैयार
लखनऊ के अवध कैनल क्लब की ओर से पुलिस लाइन में आयोजित डॉग शो में एक तेंदुए की औसत ऊंचाई से भी ऊंचा ग्रेट डेन आया। इसकी ऊंचाई 36 इंच से ज्यादा थी। डॉग को पालने वाले बंटी ने बताया कि उम्र तीन साल है और महीने में इसके खानपान पर 20 हजार रुपये खर्च होते हैं।
अरे इसकी ऊंचाई तो देखो ? यह तो बहुत ऊंचा है। तेंदुए से ऊंचे ग्रेट डेन डॉग को देख हर कोई चौंक गया। देखने के लिए नजदीक तो जरूर आया लेकिन सेहत देखकर छूने की हिम्मत कोई नहीं कर सका। मौका था अवध कैनल क्लब की ओर से पुलिस लाइन में आयोजित डॉग शो का। एक तेंदुए की औसत ऊंचाई 24 से 28 इंच होती है लेकिन डॉग शो में आए ग्रेट डेन की ऊंचाई 36 इंच से ज्यादा थी। डॉग को पालने वाले बंटी ने बताया कि उम्र तीन साल है और महीने में इसके खानपान पर 20 हजार रुपये खर्च होते हैं। जमशेदपुर से आए गौरव सिंह के काले रंग के ग्रेट डेन को देखने के लिए भी लोग आते रहे।
इससे पहले उद्घाटन राज्यसभा सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा ने किया। शो के पहले दिन आए श्वानों ने अपनी ब्यूटी और फिटनेस से जलवा बिखेरा। पहले दिन के निर्णायक चेन्नई से आए सीवी सुदर्शन रहे। यहां कुत्तों की नस्ल, उंचाई, लंबाई, पूंछ की साइज, सेहत, चलना फिरना, बालों का विकास, हड्डी, शारीरिक संरचना, दांत और अनुशासन आदि का मूल्यांकन किया गया। दो दिन के शो के लिए 268 पशुपालकों ने रजिस्ट्रेशन कराए हैं।
आठ इंच के मिनिएचर पिंसर की खुराक 100 ग्राम
शो में सबसे छोटा श्वान मिनिएचर पिंसर था। अलीगढ़ से संदीप नक्षत्र एक साल का मिनेचर पिंसर लेकर आए जिसकी ऊंचाई मात्र आठ इंच थी। शो के सबसे छोटे श्वान को देखने के लिए स्टॉल के पास भीड़ लगी रही। संदीप ने बताया कि यह दिन में दो बार 50-50 ग्राम फूड लेता है। इसके अलावा शो में आए अलग-अलग मिनिएचर पिंसर भी आकर्षण का केंद्र रहे।
स्टॉल में ही बन गया पोमेरेनियन का ब्यूटी पार्लर
शो रिंग में जाने से पहले हर श्वान को तैयार किया जा रहा था। इन्हीं में पोमेरेनियन का जलवा अलग था। स्टॉल में ही एक स्टैंड लगाकर उसको तेल, क्रीम और पाउडर आदि लगाकर तैयार सजाया संवारा जा रहा था। इतना ही नहीं बालों को सेट करने के साथ-साथ स्टाइल बनाने के लिए हेयर स्प्रे का उपयोग भी हो रहा था। प्यार करने के लिए विशेषज्ञ लगे हुए थे। कोलकाता से आए अमित कुमार डे ने बताया कि वह तीन श्वान लेकर आए हैं। इनकी खूबसूरती ही इनको रखने की वजह है। इनका मासिक खर्च 15 से 20 हजार रुपए है।
40 हजार महीना है इस जर्मन शेफर्ड का खर्च
कोलकाता से डॉक्टर कौशिकी घोष साढ़े तीन साल के जर्मन शेफर्ड को लेकर आई हैं। उन्होंने बताया कि इसका महीने का खर्च 40 हजार रुपए है। यह खाने में ड्राई फ्रूट, चिकन, अंडा, दही, पालक और बींस आदि खाता है। इसकी ऊंचाई 24 इंच है। इनके अलावा लखनऊ के शैलेश अपने बॉक्सर श्वान को लेकर आए थे। उनका कहना था कि इस पर महीने के 21 हजार रुपए खर्च होते हैं।
दिल्ली से आया चाऊ चाऊ, जमशेदपुर से साइबेरियन हस्की
दिल्ली के लक्ष्य अपने चार साल के चाऊ चाऊ को लेकर ग्राउंड में पहुंचे तो हर किसी की नजर उनकी ओर ही चली गई। बालों से भरे हुए चेहरे वाले श्वान की एक झलक पाने के लिए हर कोई बेताब रहा। लक्ष्य ने बताया कि इसकी जीभ बैगनी रंग की होती है जो काफी आकर्षक है। इसके अलावा जमशेदपुर के आरएन दत्त के साथ आया साइबेरियन हस्की भी हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रहा था।
गर्मी लगी तो एसी में किया आराम और नहाया भी
शो में आए श्वानों को गर्मी लगने पर उनके मालिकों ने एसी कार में आराम भी कराया। कोलकाता से आया कोकर स्पेनियल गाड़ी में आराम कर रहा था। पूछने पर ड्राइवर ने बताया कि इनके मालिक तो गर्मी सह लेते हैं लेकिन इनकी अधिक गर्मी में तबीयत बिगड़ जाती है। इसलिए इनको एसी चलाकर आराम कराया जा रहा है। इसके अलावा ट्रैवलर गाड़ी और अलग-अलग कारों में एसी चलाकर कई श्वान आराम करते रहे। ग्रेट डेन और रॉटविलर समेत कई श्वान ने गर्मी लगने पर मैदान में खड़े टैंकर से जमकर नहाया।
41 प्रजाति के 268 श्वान का रजिस्ट्रेशन
दो दिन के शो में आने के लिए 41 प्रजाति के 268 श्वान का पंजीकरण हुआ है। शो में आने वालों में ऑस्ट्रेलियन शेफर्ड, जर्मन शेफर्ड (शॉर्ट हेयर), जर्मन शेफर्ड (लॉन्ग हेयर), डाबरमैन, मिनिएचर पिंचर, बॉक्सर, बुलडॉग, बुलमस्टीफ, डॉग्यू डे अर्जेंटीनो, ग्रेट डेन, मस्टिफ, रॉटविलर, एसटी बेर्नार्ड, फॉक्स टेरियर, जैक रसेल टेरियर, डॉक्सहुंड, साइबेरियन हस्की, जर्मन स्पीट्ज, पोमेरेनियन, अकीटा, चाऊ चाऊ, बीगल, गोल्डन रिट्रीवर, लैब्राडोर रिट्रीवर, बिचोन फ्रिज, माल्टीज, ल्हासा अप्सो, सहीह त्जु, कैवेलियर किंग चार्ल्स स्पेनियल, पेंकिंग्ज, फ्रेंच बुलडॉग, पग, पेपिलान, व्हिपत, कैरेवन हाउंड, काम्बाई, राजापलायम और रामपुर हाउंड आदि शामिल रहे।