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सरकारी आयुष डॉक्टर ने पहले खुद MBBS की फर्जी डिग्री खरीदी, फिर धंधे में उतरा, ऐसे पहुंचा जेल

  • उत्तर प्रदेश के सरकारी डॉक्टर राजेश के पास आयुष की असली डिग्री थी लेकिन एमबीबीएस बनने की चाहत में पहले तो खुद की फर्जी डिग्री बनवाई और फिर दूसरों को भी बेचने लगा।

Ritesh Verma हिन्दुस्तान टीम, वरिष्ठ संवाददाता, गोरखपुरMon, 10 March 2025 12:11 PM
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सरकारी आयुष डॉक्टर ने पहले खुद MBBS की फर्जी डिग्री खरीदी, फिर धंधे में उतरा, ऐसे पहुंचा जेल

आयुष की पढ़ाई कर कूड़ाघाट के डॉक्टर राजेश ने सरकारी नौकरी भी हासिल कर ली। खोराबार स्वास्थ्य केंद्र पर तैनाती के बाद सब उन्हें आदर भाव से देखते थे। परिवार वाले खुश थे। इसी बीच राजेश को एमबीबीएस की डिग्री का ऐसा नशा चढ़ा कि वो फर्जी डॉक्टर बन गया। एमबीबीएस की फर्जी डिग्री बनवाने के बाद वह फर्जी डॉक्टर बनाने का गिरोह चलाने लगा और अब जेल के अंदर पहुंच गया है। राजेश ने नोएडा और खलीलाबाद के गैंग मेंबर की मदद से 21 लोगों की फर्जी डिग्री बनवाई जिसमें अब तक चार डिग्री फर्जी होने की पुष्टि हो चुकी है।

फर्जी डिग्री के खेल का खुलासा सबसे पहले एक स्वास्थ्यकर्मी ने ही की। उसने डी. फार्मा की डिग्री फर्जी होने का दावा करते हुए पुलिस में शिकायत की थी। जांच में पुलिस डॉ. राजेश तक पहुंची तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने फर्जी डिग्री बनाने के मामले में 24 फरवरी को खोराबार के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर संविदा पर तैनात राजेश और खलीलाबाद के सुशील चौधरी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब उनके पास से 21 फर्जी एमबीबीएस डिग्री मिली थी।

इन विश्वविद्यालयों से बनवाई फर्जी एमबीबीएस डॉक्टर की डिग्री

राजेश ने खुद के लिए कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी से डिग्री बनवाई थी जो फर्जी है। उसके पास इस यूनिवर्सिटी की कुल तीन डिग्री मिली हैं। राजेश के पास लखनऊ के आयुर्वेदिक और यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड की 2, चुरू की ओपीजेएस यूनिवर्सिटी की 2, उत्तर प्रदेश फार्मेसी कांउसिल की 1, आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी की 2, जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद की 4, आयुष एंड हेल्थ साइंस यूनिवर्सिटी ऑफ छत्तीसगढ़ की 1, आईएफटीएम यूनिवर्सिटी मुरादाबाद की 3, राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा की 1 फर्जी डिग्री मिली है।

सुशील चौधरी के पास लखनऊ के आयुर्वेदिक तथा यूनानी तिब्बी चिकित्सा पद्धति बोर्ड की 1 और चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ की 1 फर्जी मेडिकल की डिग्री मिली है। पुलिस इन डिग्री की जांच कर रही है। दो डिग्री कॉलेज से जारी चार एमबीबीएस डिग्री फर्जी साबित हो चुकी है। अन्य की जांच अब भी जारी है।

डॉक्टर को जेल, सरगना की तलाश जारी

डॉक्टर राजेश जेल जा चुका है, जबकि फर्जी डिग्री छापने का सरगना अब भी फरार है। डॉक्टर के दो साथी नोएडा के रहने वाले हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगी हुई है। पुलिस की एक टीम नोएडा में ही रुकी हुई है और जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।

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