बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो मरीजों की मौत, डॉक्टरों ने तीमारदारों को पीटा
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो मरीजों की मौत हो गई। वहीं जूनियर डॉक्टरों ने तीमारदारों को पीट दिया। अस्पताल में इस महीने मारपीट की ये चौथी घटना हुई है। पीड़ितों ने मेडिकल चौकी पुलिस को सूचना दे दी है।
बीआरडी मेडिकल कालेज में एक बार फिर से जूनियर डॉक्टर और तीमारदारों के बीच टशन बढ़ने लगी है। मंगलवार की रात में बीआरडी में दो मरीजों की मौत के बाद जूनियर डॉक्टर तीमारदारों से भिड़ गए। प्राचार्य ने मामले की जांच कराने का फैसला किया है। बताया जाता है कि बीआरडी के ट्रामा सेंटर में मरीज को एम्बू बैग के लिए और मेडिसिन वार्ड में आईसीयू में मरीज की मौत के बाद पोस्टमार्टम न करवाने की बात को लेकर जूनियर डॉक्टरों ने तीमारदारों को जमकर पीटा। इस दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई हुई।
हाथापाई में एक तीमारदार की नाक टूट गई जबकि एक जूनियर डॉक्टर को भी चोट लग गई। हंगामा के कुछ देर बाद ही ट्रामा के मरीज की कुछ देर बाद मौत भी हो गई। दोनों तीमारदार मारपीट की सूचना मेडिकल चौकी पुलिस को दी। रात में सक्रिय हुई गुलरिहा थाने के मेडिकल कॉलेज चौकी की पुलिस ने दोनों मामलों में समझौता कराकर पल्ला झाड़ लिया।
एम्बू बैग खरीदने को नहीं थे पैसे, बहस करने पर पीटा
बीआरडी मेडिकल कालेज में मंगलवार की रात दो मरीजों की मौत के बाद जूनियर डॉक्टर तीमारदारों से भिड़ गए। प्राचार्य ने मामले की जांच कराने का फैसला किया है। मंगलवार की शाम चौरीचौरा क्षेत्र के सरदारनगर का रहने वाला व्यक्ति सड़क दुर्घटना में घायल हो गया। उसे रात करीब 11 बजे बीआरडी मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया। मरीज की हालत नाजुक थी। ट्रामा सेंटर के आईसीयू में डॉक्टरों ने एम्बू बैग के सपोर्ट पर मरीज को भर्ती किया।
जूनियर डॉक्टरों ने वार्ड में मौजूद एक एम्बू बैग तीमारदार को दिया। वहीं नया एम्बू बैग तीमारदार को खरीद कर लाने को कहा। इस दौरान घायल के साथ आए व्यक्ति ने रुपए न होने की बात कह कर पुराने एम्बू बैग से काम चलाने की बात कही। इस पर ट्रामा सेंटर में मौजूद जूनियर डॉक्टर भड़क गए। उन्होंने तर्क कर रहे तीमारदार को पीट दिया। इस घटना के कुछ ही देर बाद गोला थाना क्षेत्र की रहने वाली मेडिसिन वार्ड में इलाज चल रहा था। उसे मंगलवार की सुबह ही जनरल सर्जरी से शिफ्ट किया गया था। रात में महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जूनियर डॉक्टर मृत्यु घोषित करने के लिए ईसीजी कर पोस्टमार्टम के लिए शव को मर्चरी हाउस भेजना चाहते थे। पोस्टमार्टम कराने का तीमारदारों ने विरोध किया। कहासुनी हाथापाई में बदल गई। जूनियर डॉक्टरों की पिटाई से एक तीमारदार का नाक टूट गया। वही डॉक्टर के बाएं हाथ में चोट लग गई। पीड़ितों ने मेडिकल चौकी पुलिस को सूचना दी। आरोप है कि पुलिस कार्रवाई करने से मना करते हुए समझौता कराकर घर भेज दिया।
इस महीने मारपीट की हुई चौथी घटना
बीआरडी मेडिकल कालेज में सितंबर में तीमारदारों से मारपीट की यह चौथी घटना है। इसमें तीन बार जूनियर डॉक्टरों से तीमारदारों का विवाद हुआ। जबकि एक बार सुरक्षाकर्मियों ने तीमारदारों को पीट दिया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा मारपीट के मामले की अभी जांच चल ही रही है। इस महीने पहला विवाद 10 सितंबर को हुआ था। जब कोलकाता में महिला डॉक्टर की मौत के मामले में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों का बस्ती निवासी तीमारदारों से विवाद हो गया था। बीते शनिवार को ट्रामा सेंटर में सुरक्षाकर्मियों ने मरीज की मौत के बाद तीमारदारों को पीट दिया। मंगलवार की रात में दो और मारपीट की घटनाएं हो गई।
एसपी सिटी, अभिनव त्यागी ने बताया कि विवाद की जानकारी मिलने पुलिस मौके पर गई थी। मामले को शांत कराया गया था। किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी है। अगर कोई शिकायत मिलेगी तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। बीआरडीमेडिकलकालेज के प्राचार्य, डॉ. रामकुमार जायसवाल ने कहा कि दोनों विवाद की सूचना अब मिली है। मामला गंभीर है। जूनियर डॉक्टर व तीमारदारों के बीच विवाद नहीं होना चाहिए। इस मामले की जांच के लिए गुरुवार को कमेटी गठित की जाएगी। परिस्थितियों का आकलन किया जाएगा कि आखिर इस प्रकार की घटनाएं क्यूं हो रही है।