UP Floods: गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा, इन इलाकों में बाढ़ का खतरा
UP Floods: गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। प्रयागराज में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के इलाके में भी बाढ़ का खतरा है। गंगा का पानी महाकुंभ की तैयारियों तक पहुंच रहा है।
प्रयागराज में यमुना के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि अब महाकुम्भ का काम कर रही एजेंसियों को डरा रही है। इसी तरह कुछ दिन यमुना का जलस्तर बढ़ता रहा तो महाकुम्भ के कई बड़े काम रोके जा सकते हैं। गंगा-यमुना किनारे निर्माणाधीन कई घाटों का काम पहले रोका जा चुका है। अब गंगा पर निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल का काम रुक सकता है।
फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 80 मीटर पहुंचने पर पुल के सभी काम रोक दिए जाएंगे। यमुना में तेज वृद्धि देख एजेंसी ने गंगा के कछार से मशीनों को हटाना शुरू कर दिया है। संगम क्षेत्र में बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर और किला में अक्षयवट में चल रहे काम भी रुकेंगे।
सोमवार सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक फाफामऊ में गंगा का जलस्तर एक सेमी कम हुआ, लेकिन यमुना में तेज वृद्धि जारी रही। नैनी में रात आठ बजे यमुना का जलस्तर चार सेमी प्रति घंटा की गति से बढ़ रहा था। इस समय सिंचाई विभाग व गंगा-यमुना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में काम कर रही एजेंसियां बांदा में यमुना के जलस्तर पर नजर रखे हैं।
बांदा में यमुना खतरे का निशान पार कर चुकी हैं। वहां से यमुना में बढ़ा पानी प्रयागराज आएगा। यमुना में अधिक पानी आने पर गंगा बैकफ्लो होंगी। गंगा का बैकफ्लो अधिक होने पर कछारी क्षेत्र की आबादी भी प्रभावित हो सकती है।
सोमवार रात आठ बजे गंगा-यमुना का जलस्तर
- फाफामऊ गंगा 178.56 मीटर
- छतनाग गंगा 78.06 मीटर
- नैनी यमुना 78.64 मीटर
नवंबर में पूरे होंगे ये प्रोजेक्ट
महाकुम्भ 2025 के लिए चल रहे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बड़े प्रोजेक्ट नवंबर तक पूरे होने की संभावना है। प्रयगाराज में रिंग रोड के दो चरण तो ठीक चल रहे हैं, लेकिन प्रयागराज-रायबरेली मार्ग पर चार प्रोजेक्ट की गति बेहद धीमी है। इसकी जानकारी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के चेयरमैन संतोष यादव को ऑनलाइन हुई बैठक में दी गई। प्रयागराज से लखनऊ मार्ग के बीच. प्रस्तावित काम की गति धीमी होने पर अधिकारी ने नाराजगी जाहिर की। निर्देश दिया कि मैनपावर बढ़ाकर गति तेज करें। इस काम को हर हालत में नवंबर तक पूरा करना है।
महाकुम्भ के दौरान प्रयागराज और लखनऊ राजमार्ग सबसे महत्वपूर्ण मार्गों में से एक होगा। रायबरेली से लखनऊ तक तो सड़क ठीक है, लेकिन प्रयागराज से रायबरेली के बीच चार जगह पर पुल निर्माण सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। यह काम बेहद धीमी गति से चल रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी प्रतापगढ़ में हुई। यहां पर अधिग्रहण में ही इतना अधिक समय लग गया कि अब तक गति दिखाई नहीं दे रही है। ऑनलाइन बैठक में चेयरमैन ने इस पर नाराजगी जाहिर की।
लखनऊ की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं और वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए इस सड़क का निर्माण तेज गति से करने के लिए कहा। ऑनलाइन हुई बैठक में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत व कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद भी जुड़े थे। इसके साथ ही एनएचएआई के प्रयागराज, प्रतापगढ़ और रायरबेली के अधिकारी भी शामिल रहे। अफसर ने बैठक में स्पष्ट पूछा कि काम कब तक पूरा कर लेंगे। सभी छह मार्ग नवंबर तक पूरा करने का वादा अफसरों ने किया है।