यूपी में 4 महीने में 5 बार ट्रेनों को पलटाने की साजिश, हर बार टल गईं बड़ी घटनाएं
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल के सेक्शन में अगस्त से 15 नवंबर के बीच पांच बार ट्रेनों को पलटने की साजिश हो चुकी है। हर बार ड्राइवरों की होशियारी से घटनाएं बच गई। पांच घटनाओं में तीन का खुलासा हुआ।
पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर रेल मंडल के सेक्शन में अगस्त से 15 नवंबर के बीच पांच बार ट्रेनों को पलटने की साजिश हो चुकी है। हर बार ड्राइवरों की होशियारी से घटनाएं बच गई। पांच घटनाओं में तीन का खुलासा हुआ। खटीमा बनवसा के बीच मोटा केबिल रखा गया। रुद्रपुर में लोहे का बड़ा पोल जनशताब्दी एक्सप्रेस आने से पहले रख दिया गया था। कानपुर-फर्रुखाबाद मार्ग पर ट्रेन में आग लगाने को पांच किलो वाला गैस सिलेंडर और एक माचिस ट्रैक पर रखा मिला। अब शुक्रवार की रात भोजिपुरा-सेंथल के बीच दिबनापुर स्टेशन के पास मालगाड़ी को पलटने का प्रयास हुआ।
रेलवे रिकॉर्ड के अनुसार, अगस्त से अब तक ट्रेन को पलटाने के कई बार प्रयास हो चुके हैं। सबसे अधिक घटनाएं एनईआर की रेल लाइनों पर हुई हैं। हर बार साजिशकर्ताओं की मंशा पर ट्रेन ड्राइवरों ने पानी फेरा। दो घटनाओं में आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इसके बावजूद ही इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग रहा।
इंडियन रेलवे में रेल ट्रैक पर पोल, बड़े पत्थर और सिलेंडर या भारी लोहा रखने की घटनाएं बार-बार हुई, तो अगस्त पर विशेष टीमें लगा दी गई। आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा जा सके। इज्जतनगर रेल मंडल के कानपुर-फर्रुखाबाद, रुद्रपुर, खटीमा-बनवसा, पीलीभीत सेक्शन में पांच खटनाएं अगस्त से 15 नवंबर के बीच हो चुकी हैं। ट्रैक पर सिलेंडर रखने, बनवसा में मोटा केबिल रखने और दिबनापुर में रेल पटरी और सीमेंटेड बेंच टूटी हुई रखने की घटना में आरपीएफ और सिविल पुलिस खाली हाथ है।
यह घटनाएं हो चुकी
-14 अगस्तः कासगंज-कानपुर रूट पैसेंजर ट्रेन पलटने के लिए लकड़ी का मोटा टुकड़ा ट्रैक पर रखा गया।
- 18 सितंबरः रात पौने तीन बजे जनशताब्दी एक्सप्रेस के आगे रुद्रपुर सिटी होम सिग्नल के पास 12 फीट लंबा पोल रहा।
- 29 सितंबरः फर्रुखाबाद-कानपुर मार्ग पर ट्रैक पर माचिस और पांच किलो वाला गैस सिलेंडर रखा मिला।
- 13 अक्तूबरः रात तीन बजे खटीमा बनवसा के बीच मोटा केबल रखा गया।- 15 नवंबर: रात 12 बजे दियनापुर स्टेशन के पास मालगाड़ी के आगे सीमेंटेड बेंच, टुकड़ा रखा गया।