लड़ने को सूचना का ‘हथियार’ उठाएगी यूपी कांग्रेस, तरह-तरह के प्रयोग आजमाने में लगी
यूपी कांग्रेस लड़ने को सूचना का ‘हथियार’ उठाएगी। 2027 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस भी से तरह-तरह के प्रयोग आजमाने में लगी है। इसके लिए वह अपने सूचना का अधिकार विभाग के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही है।
लंबे समय से सूबे की सत्ता से दूर चल रही कांग्रेस अगले विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तरह-तरह के प्रयोग आजमाने में लगी है। सत्तारूढ़ भाजपा पर हमले के लिए कारगर ‘हथियार’ की तलाश में जुटी कांग्रेस अब सूचना के अधिकार का भी प्रयोग करेगी। इसके लिए वह अपने सूचना का अधिकार विभाग के कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दे रही है।
पार्टी अपने कार्यकर्ताओं ने अपील कर रही है कि वे जन सूचना कानून का उपयोग कर जिला, मंडल व शासन स्तर का भ्रष्टाचार उजागर कर राज्य सरकार की कमियों की तरफ जनता का ध्यान खींचने की कोशिश करें। पार्टी अपने सूचना का अधिकार विभाग को बाकायदा इसके लिए तैयार कर रही है। विभाग की राज्य स्तर पर कार्यशाला हो चुकी है। विभाग के चेयरमैन पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव को ऐसी कार्यशालाएं मंडल व जिला स्तर पर भी आयोजित करने का सुझाव दिया गया है। इन कार्यशालाओं में कार्यकर्ताओं को सूचना का अधिकार (आरटीआई) के उपयोग की जानकारी दी जाएगी। उन्हें यह भी बताया जा रहा है कि सरकार की किन-किन योजनाओं के बारे में आरटीआई के तहत जानकारी जुटानी है। इनमें उन योजनाओं को शामिल किया गया है जो सीधे तौर पर जनता से जुड़ी हैं। इन योजनाओं में भ्रष्टाचार उजागर होने पर कांग्रेस को सत्तारूढ़ दल की घेराबंदी करने से सियासी लाभ होगा।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पार्टी के फ्रंटल संगठनों के प्रभारी विश्वविजय सिंह भी कहते हैं कि सूचना का अधिकार विभाग अपनी सक्रियता से पार्टी के सभी सहयोगी संगठनों को संघर्ष के मुद्दों पर दिशा दे सकता है। वैसे पार्टी के सभी फ्रंटल संगठन अपने-अपने मुद्दों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। युवाओं, दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, किसानों और महिलाओं के मुद्दे पार्टी लगातार उठा रही है।
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