यूपी उपचुनाव में 50% भी वोटिंग नहीं, गाजियाबाद में सबसे कम मतदान, कहां बरसे सबसे ज्यादा वोट
यूपी उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 50 प्रतिशत लोगों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया है। सभी नौ सीटों पर 49.3 प्रतिशत मतदान हुआ है। गाजियाबाद में सबसे कम केवल 33.30 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले हैं।
यूपी उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 50 प्रतिशत लोगों ने भी अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं किया है। सभी नौ सीटों पर 49.3 प्रतिशत मतदान हुआ है। गाजियाबाद में सबसे कम केवल 33.30 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले हैं। सबसे अधिक कुंदरकी सीट पर 57.7 प्रतिशत मतदान हुआ है। चुनाव आयोग भी पूरे समय निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सख्ती के साथ मुस्तैद रहा। परिणामस्वरूप विभिन्न राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से प्राप्त शिकायतों की तत्परता से जांच कराकर उसके शीघ्र निस्तारण की मिसाल पेश की। नतीजा, शिकायतों के आधार पर प्रदेश में पांच पुलिस कार्मिकों को मौके पर ही निलंबित कर दिया गया। इसमें कानपुर एवं मुजफ्फरनगर में दो-दो एसआई तथा मुरादाबाद में एक हेड कांस्टेबल को निलम्बित किया गया है।
सबसे ज्यादा कुंदरकी में 57.7 फीसदी मतदान
उपचुनाव में सबसे अधिक कुन्दरकी सीट पर 57.7 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि सबसे कम गाजियाबाद सीट पर मात्र 33.3 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। कुन्दरकी के बाद मीरापुर सीट पर 57.1 फीसदी तथा कटेहरी सीट पर 56.9 प्रतिशत मतदान हुआ। कम मतदान वाली सीटों में गाजियाबाद के बाद फूलपुर विधानसभा उपनिर्वाचन क्षेत्र का रहा जहां 43.4 प्रतिशत मतदाता ही वोट डालने पहुंचे। केन्द्रीय निर्वाचन आयोग के अनुसार शाम पांच बजे तक कुंदरकी में 57.7, मीरापुर में 57.1, कटेहरी में 56.9, करहल में 54.1, मझवां में 50.4, सीसामऊ में 49.1, खैर (अजा) में 46.3, फूलपुर में 43.4 फीसदी तथा गाजियाबाद में सबसे कम 33.3 प्रतिशत मतदान हुआ।
करहल में आरोप-प्रत्यारोप के बीच 53.89 फीसदी मतदान
मैनपुरी। करहल विधानसभा सीट के उपचुनाव में कुल 444 मतदान केंदोरं पर 53.89 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले गए। 2022 के विधानसभा चुनाव में 66.11 फीसदी मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था। साथ ही लोकसभा चुनाव में 58.85 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले थे। 2022 के मुकाबले 12.22 और लोकसभा चुनाव में करहल सीट पर हुए मतदान के मुकाबले उपचुनाव में 4.96 प्रतिशत कम वोट पड़े। इस दौरान कहीं मशीन खराब तो कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं पर वोट नहीं डालने देने के आरोप सपाइयों ने लगाए।
मतदान के पहले 2 घंटे में ही सपा प्रदेश अध्यक्ष ने एक्स पर तमाम शिकायतें वायरल कीं। भाजपा प्रत्याशी अनुजेश पर वोटरों को धमकाने का आरोप लगाया। पुलिस पर भी सपा कार्यकर्ताओं को उठा ले जाने के आरोप लगाए गए। ईवीएम खराब होने, बिजली न आने और सपा कार्यकर्ताओं को धमकाने जैसी शिकायतें दिनभर वायरल हुई। सपा ने भाजपा नेताओं पर पार्टी कार्यकर्ताओं को वोट न डालने देने जैसे आरोप लगाए। यह शिकायतें भी आयोग को भेजी गईं। लेकिन प्रशासन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया।
मझवां में पिछली बार की तुलना में कम निकले मतदाता
मिर्जापुर। मझवां विधानसभा उपचुनाव में 50.41 फीसदी मतदान हुआ। वर्ष 2022 में यहां 52.23 फीसदी वोटिंग हुई थी। ऐसे में पिछली बार की तुलना में 1.82 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। मैदान में कुल 13 उम्मीदवार हैं। वोटिंग के लिए 262 मतदान केंद्रों पर 442 बूथ बनाए गए थे। सुबह वोटिंग शुरू होते ही सिटी ब्लाक के हनुमान पड़रा गांव के लोगों ने दो घंटे मतदान का बहिष्कार कर दिया। वे औद्योगिक क्षेत्र घोषित हो जाने से जमीन की बिक्री पर लगी रोक से नाराज थे। हालांकि दो घंटे बाद अपर जिलाधिकारी के समझाने पर वोटिंग शुरू हुई। सात बूथों पर ईवीएम खराब हो जाने से करीब आधे घंटे मतदान प्रभावित रहा। आनन-फानन में सभी बूथों पर दूसरी ईवीएम मंगाकर मतदान शुरू कराया गया।
सीसामऊ में हंगामे के बीच पड़े वोट
कानपुर। सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र में 49.13 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछले विधानसभा चुनाव से मतदान लगभग 7.75 प्रतिशत कम रहा। दोपहर बाद एक बजे तक क्षेत्र के पांच इलाकों में हंगामा हुआ। पुलिस पर मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटरों को रोके जाने, खदेड़ने और आईडी चेक करने के नाम पर खड़ा रखने के आरोप लगते रहे। कुछ वोटरों के साथ मारपीट कर घर लौटा देने की शिकायतें आईं तो कुछ इलाकों में मतदान केंद्र तक जाने का रास्ता बंद करने के आरोप लगे। हालांकि सपा मुखिया अखिलेश यादव की लखनऊ में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के बाद दो दरोगाओं के निलंबन की कार्रवाई हुई तो इस तरह की शिकायतें बंद हो गईं। इससे पहले सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं, भाजपा प्रत्याशी सुरेश अवस्थी ने जीआईसी में यह कहते हुए हंगामा कर दिया कि उनके एजेंट के साथ बदसलूकी की गई है। बाद में उन्होंने अपनी कार पर पथराव का भी आरोप लगाया।
खैर में बूथ कैप्चरिंग की शिकायत गलत निकलीं
अलीगढ़। खैर विधानसभा सीट पर 46.3 फीसदी मतदान ही हो सका। सुबह से ही मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह की कमी दिखाई दी जबकि 2022 के विस चुनाव में 60.10 व बीते लोकसभा चुनाव में 55.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। बीते दोनों ही चुनाव की तुलना में इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत काफी कम रहा। कम मतदान के चलते मतदान केन्द्र खाली नजर आए। गांव चमन नगरिया के मतदाताओं ने बिजली लाइन नीचे होकर गुजरने को लेकर शुरुआत में मतदान का बहिष्कार किया। प्रशासन द्वारा समझाए जाने के बाद मतदाता मतदान करने के लिए राजी हुए। इस दौरान सपा ने खैर में बूथ कैप्चरिंग को लेकर एक्स पर ट्वीट किया, जिसमें लिखा गया कि बूथ संख्या 49, 50 व 51 पर बूथ कैप्चरिंग का प्रयास किया जा रहा है। हालांकि निर्वाचन विभाग द्वारा जांच कराने में ऐसा कोई मामला नहीं मिला।
गाजियाबाद में मतदाताओं में नहीं दिखा उत्साह
गाजियाबाद। गाजियाबाद सीट पर मतदान को लेकर लोगों में खास उत्साह नहीं दिखा। यही कारण रहा कि प्रदेश की नौ सीटों पर हुए उपचुनाव में से सबसे कम 33.30 प्रतिशत वोट गाजियाबाद में पड़े। वर्ष 2022 में गाजियाबाद में हुए विधानसभा चुनाव में 51.75 प्रतिशत मत पड़े थे। मतदान से पहले सुबह करीब छह बजे हुए मॉकपोल में गाजियाबाद में करीब 30 मशीनों में खराबी आई। इन्हें तुरंत बदला गया। चार बूथ को छोड़कर बाकी सभी बूथ पर सुबह सात बजे से मतदान प्रारंभ हो गया था। 119 मतदान स्थलों के कुल 507 बूथों पर पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न हुआ। कहीं से किसी अवरोध या हिंसा की शिकायत पुलिस कंट्रोल में नहीं की गई।
मीरापुर में विवाद और झड़प के बीच पड़े वोट, दो सब इंस्पेक्टर निलंबित
मुजफ्फरनगर। मीरापुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में विवाद और झड़प के बीच शाम पांच बजे तक कुल 328 बूथों पर 57.01 प्रतिशत मतदान हुआ। कई बूथों पर सपाइयों ने लोगों को मतदान से रोकने का आरोप लगाया है। इस सीट पर सुबह करीब साढ़े 10 बजे ककरौली स्थित किसान इंटर कालेज में वोट डालने को लेकर दो प्रत्याशी सर्मथकों में विवाद हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस पर एक प्रत्याशी समर्थकों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को खदेड़ा। पथराव में एक दरोगा सहित कई लोग चोटिल हो गए। एसएसपी अभिषेक सिंह ने किसान इंटर कॉलेज मतदान केंद्र पर चुनावी ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर शाहपुर थाने के सब इंस्पेक्टर नीरज कुमार और भोपा थाने के सब इंस्पेक्टर ओमपाल सिंह को सस्पेंड कर दिया। इसके अलावा, सीकरी, जोली, किशनपुरी, भोकरहेड़ी में लोगों ने पुलिस पर वोट न डालने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पूर्व सांसद कादिर राणा, सपा सांसद हरेन्द्र मलिक, चरथावल विधायक पंकज मलिक ने आरोप लगाया कि उन्हें एक होटल में पुलिस ने नजरबंद किए रखा।
कटेहरी में सपाइयों की पुलिस से झड़प
अम्बेडकरनगर। कटेहरी विधानसभा क्षेत्र में सकुशल और शांति पूर्ण मतदान हुआ। 56.9 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान कर 11 प्रत्याशियों का सियासी भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में कैद किया। 280 मतदान स्थलों के 425 बूथों पर मतदान हुआ। कहीं से किसी प्रकार की गड़बड़ी की खबर नहीं मिली। सपा सांसद लालजी वर्मा और सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा के साथ उनके समर्थकों की पुलिस से झड़प के अलावा मतदान शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो गया। सपा प्रत्याशी का आरोप था कि मिझौड़ में मुस्लिम मतदाताओं को मतदान करने से रोका जा रहा है। वहीं सपा सांसद एनवा में बूथ पर बैठ गए। तब अन्य दलों के प्रत्याशियों ने विरोध जताया। इस दौरान सपा और भाजपा के समर्थकों में झड़प हुई।
फूलपुर में फर्जी मतदान की शिकायत
प्रयागराज। फूलपुर सीट पर एक-दो जगहों पर आरोप-प्रत्यारोप के बीच शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न हो गया। इस सीट पर 435 पोलिंग बूथों पर सुबह सात बजे से मतदान शुरू हुआ। पूरे दिन में 43.4 फीसदी मतदान हुआ। क्षेत्र में कुल चार लाख सात हजार 977 मतदाता हैं। ऐसे में लगभग एक लाख 70 हजार मतदाताओं ने ही वोट किया। वर्ष 2022 की तुलना में मतदान प्रतिशत में लगभग 17 प्रतिशत की कमी आई। भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल ने बहादुरपुर ब्लॉक के एक केंद्र पर फर्जी मतदान का आरोप लगाया तो सपा प्रत्याशी मुज्तबा सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि कुछ मतदान केंद्रों पर सपा के पोलिंग एजेंटों को डराने की बात सामने आई।
कुंदरकी में हेड कांस्टेबल निलंबित, आठ पुलिस वाले हटाए गए
मुरादाबाद। कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में आरोप- प्रत्यारोपों के बीच 57.7 फीसदी मतदान हुआ। इस दौरान मतदाताओं को परेशान करने व आईडी चेक करने के आरोप में एक हेड कांस्टेबल विपिन सिरोही को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं दो महिला कांस्टेबल समेत आठ पुलिस कर्मियों को ड्यूटी से हटा दिया गया। मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ही सपा प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा नहीं पुलिस- प्रशासन चुनाव लड़ रहा है। भीकनपुर कुलवाड़ा समेत कई जगह बैरियर लगा कर मतदाताओं को रोकने का आरोप भी उन्होंने लगाया। उनकी डोमघर और भीकनपुर कुलवाड़ा में पुलिस से भिड़ंत भी हुई। मतदान खत्म होने से पहले ही रिजावन घर बैठ गए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि भाजपा ने वोट डलवा लिए, मैं मतगणना का बहिष्कार करूंगा। वहीं एआईएमआईएम के प्रत्याशी हाफिज मोहम्मद वारिस ने कहा कि कुंदरकी में लोकतंत्र की हत्या की गई। हमारे वोट नहीं पड़ने दिए गए। इसी तरह आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी चांद बाबू ने भी आरोप लगाया कि प्रशासन ने भाजपा को जिताने के लिए पक्षपात किया है। वहीं भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह ने कहा कि हार के डर से सपा प्रयाशी उन पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। मतदान के दौरान आईडी चेक करने की शिकायत पर हेड कांस्टेबल विपिन सिरोही को निलंबित कर दिया गया। वहीं एसआई अमरपाल, हेड कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, रिजवान, योगेंद्र कुमार, अजय सिंह व कांस्टेबल मूलचंद समेत दो महिला कांस्टेबल दीपिका और लक्ष्मी को हटा दिया गया।