ऑनलाइन मंगाया सामान, आधी रात घर पर धमकी यूपी एसटीएफ, हिरासत में पूरा परिवार
- लखनऊ एसटीएफ की टीम ने भदोही में आधी रात के बाद एक घर पर छापा मारकर परिवार के छह लोगों को हिरासत में लिया है। बुधवार की दोपहर तक सभी से पूछताछ चलती रही। इसके बाद केवल एक व्यक्ति को छोड़ दिया गया। मामला ऑनलाइन खरीदारी से जुड़ा बताया जा रहा है।
लखनऊ एसटीएफ की टीम ने भदोही में आधी रात के बाद एक घर पर छापा मारकर परिवार के छह लोगों को हिरासत में लिया है। बुधवार की दोपहर तक सभी से पूछताछ चलती रही। इसके बाद केवल एक व्यक्ति को छोड़ दिया गया। पुलिस अफसर भी इस मामले पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस परिवार ने ऑनलाइन कोई सामान मंगाया था। सामान क्या था, एसटीएफ को उस सामान को लेकर क्या इनपुट मिला था, इसे लेकर कोई जानकारी अफसरों की तरफ से फिलहाल नहीं दी जा रही है।
सुरियावां थाने के पास स्थित एक ही परिवार के लोग सौन्दर्य प्रसाधन व जनरल स्टोर की कई दुकानें संचालित करते हैं। इन लोगों ने ऑनलाइन कुछ सामान मंगाया गया था। इसके बाद एसटीएफ के निशाने पर यह परिवार आ गया। मंगलवार को एसटीएफ लखनऊ की टीम जिले में पहुंची और घर के आसपास जाल बिछाया। आम लोगों ने एसटीएफ की चहलकदमी को पुलिस भर्ती परीक्षा से जुड़ा मामला सोचा।
इस बीच आधी रात के बाद बुधवार की भोर में करीब चार बजे एसटीएफ टीम ने कारोबारी के यहां दबिश दे दी। परिवार के छह लोगों को हिरासत में लिया गया। सभी को भदोही कोतवाली लाकर पूछताछ शुरू कर दी गई। कई घंटों की पूछताछ के बाद दोपहर में परिवार के एक व्यक्ति को छोड़ दिया गया। पूरे परिवार को हिरासत में लेने की जानकारी मिलते ही पूरे इलाके में तरह तरह की चर्चाएं होने लगीं। पकड़े गए लोगों के अन्य परिजन भी घर पर ताला लगाकर खुद को कैद कर लिए हैं। किसी से न कुछ बता रहे हैं और नहीं कोई बात हो रही है।
अफसरों ने साधी चुप्पी
एसटीएफ टीम की कार्रवाई के बारे में जानकारी को जब अपर पुलिस अधीक्षक डा. तेजवीर सिंह को फोन किया गया तो उन्होंने मामले की जानकारी न होने की बात कही। कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर व्यस्त हूं, पता करके बताता हूं। उधर, एसपी डा. मीनाक्षी को फोन करने पर किसी और ने कॉल रिसीव की। कहा कि मैसेज कर दूंगा, मैडम बात कर लेंगी। अधिकारियों के मोबाइल पर किसी प्रकार की सूचनाएं नहीं दी गई।
यह पहला मौका नहीं है जब पुलिस की इस तरह की बेरुखी देखने को मिली है। पुलिस विभाग के मीडिया सेल की हालात पहले से बेहद दयनीय बनी हुई है। वाट्सअप ग्रुप पर केवल शांति भंग की आशंका व वारंटियों की गिरफ्तारी की सूचनाएं मिलती हैं। कभी कभार कोर्ट से सजा पाए लोगों की आधी अधूरी जानकारी संग खबर परोस दी जाती है।