बंद कमरे में क्या हुआ जो उजाड़ ली अपनी दुनिया, पति-पत्नी हत्या-आत्महत्या केस में कई खुलासे
यूपी के बांदा में आजादनगर मोहल्ले में किराये के मकान में रहने वाले जितेंद्र ने पत्नी की चाकू से गला रेतकर हत्या करने के बाद खुद भी जान दे दी है। इतना ही नहीं मासूम बेटे की भी भूख से मौत हुई है। परिवार से अलग रहने के बाद भी आखिर बंद कमरे में पति-पत्नी के बीच ऐसा क्या हुआ, जो नौबत यहां तक आई।

यूपी के बांदा में आजादनगर मोहल्ले में किराये के मकान में रहने वाले जितेंद्र ने पत्नी की चाकू से गला रेतकर हत्या करने के बाद खुद भी जान दे दी है। इतना ही नहीं मासूम बेटे की भी भूख से मौत हुई है। परिवार से अलग रहने के बाद भी आखिर बंद कमरे में पति-पत्नी के बीच ऐसा क्या हुआ, जो नौबत यहां तक आई। पुलिस ने इस बिंदु पर जांच शुरू कर दी है। जितेंद्र ने सुसाइड नोट लिखकर सास-ससुर पर आरोप जरूर लगाए हैं, लेकिन पुलिस का मानना है कि एकाएक हुई इस घटना के पीछे कोई बड़ी वजह हो सकती है। पुलिस दंपति, के साले और सास का फोन जब्त कर जांच बढ़ा सकती है। क्योंकि जितेंद्र के सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि उसने इस नोट को साले को भेजा है।
तो जिस दिन अहमदाबाद से लौटा, उसी दिन उठाया कदम
जितेंद्र अहमदाबाद से आठ मई की रात को लौटा था। शवों से उठती दुर्गंध को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि ये करीब तीन दिन पुराने हैं। ऐसे में आशंका है कि आठ मई की रात को ही जितेंद्र ने कदम उठाया। जितेंद्र तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। दो छोटे भाई 17 वर्षीय अरविंद और 15 वर्षीय गोविंद हैं। वहीं, गौरा तीन बहन और एक भाई में दूसरे नंबर में मझली थी। गौरा की मां का आरोप है कि दामाद शराब पीने का आदी थी।
सुसाइड नोट से जताई अनभिज्ञता
एसपी पलाश बंसल ने बताया कि सुसाइड नोट मिला है। जां के वक्त ऐसी कोई जानकारी प्रकाश में नहीं आई थी। सुसाइड नोट वायरल है। इसकी जानकारी देर शाम हुई है। पता कराया जा रहा है। वहीं, चर्चाएं रहीं कि सुसाइड नोट लिखने के बाद जितेंद्र ने गौरा के भाई को व्हाट्सएप पर भेजा था। पुलिस ने गौरा के भाई का फोन जांच के लिए कब्जे में लिया है
परेशान हो चुका, गौरा की मां और पिता ने बहुत मारा
सुसाइड नोट से एक बात साफ है कि जितेंद्र सास और ससुर से परेशान था। गुरुवार देर रात जब वह अहमदाबाद से किराए के कमरे में पहुंचा, तब उसकी पत्नी गौरा अपने तीन माह के बेटे शिवांश और खाना लेकर बदौसा रोड में किराए का कमरा लेकर रहनेवाली मां ममता के घर से आई थी। उसके बाद दोनों के बीच क्या हुआ। इसकी जानकारी न तो गौरा की मां को है, न ही जितेंद्र के घरवालों को कुछ पता चल सका। गौरा की मां ने बताया कि दामाद के अहमदाबाद लौटने के बाद से बेटी से बात नहीं हुई थी। आशंका जताई कि घटना की गुरुवार रात की है। गर्मी की होने की वजह से लाश से दुर्गंध आई, तब पता चला।
चार माह पहले किराए पर लिया था कमरा
शादी के बाद गौरा ससुराल गई तो वहां अक्सर किसी न किसी बात पर अनबन होती। वह ज्यादातर समय अपनी मां ममता के पास रहती थी। ममता हलवाइयों के साथ शादी-ब्याह आदि में खाना बनाने का काम करती है। आएदिन विवाद और पत्नी के दबाव पर जितेंद्र ने अतर्रा कस्बा में आजादनगर में किराए का कमरा लिया। कमरा लेने के बाद अहमदाबाद चला गया। वहां से छुट्टी पर आता रहता था। जितेंद्र के यहां न रहने पर गौरा बच्चे को लेकर अपनी मां ममता के पास रहती थी।
मकान मालिक निमंत्रण में गया था
मकान मालिक रामकुमार प्रजापति मूलरूप से दिखितवारा का रहनेवाला है। उसके मुताबिक, वह दो दिन पहले निमंत्रण में गया था। एक बेटा बाहर रहता है। दूसरा बेटा भी निमंत्रण में गया है। शनिवार को भूसा लेना था। इससे आजादनगर के घर आया। सीधे घर के अंदर न जाकर लघुशंका के लिए गया। मकान के बगल कच्चे रास्ते का गलियारा है। गलियारा की ओर दरवाजा खुलनेवाले कमरे को ही जितेंद्र को किराए पर दिया था। वहां लघुशंका करने के दौरान दुर्गंध आने पर ममता को सूचना दी गई।