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CM योगी ने लोकसभा का हिसाब किया चुकता, कटेहरी और कुंदरकी में तीन दशक बाद खिला दिया कमल

यूपी उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से लोकसभा चुनाव का हिसाब चुकता कर लिया है। सीएम योगी ने न सिर्फ सपा से सीटें छीनी हैं बल्कि जिस फूलपुर सीट पर लोकसभा चुनाव में सपा ने बढ़त हासिल की थी, उसे भी जीत लिया है।

Yogesh Yadav लाइव हिन्दुस्तानSat, 23 Nov 2024 09:16 PM
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यूपी उपचुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से लोकसभा चुनाव का हिसाब चुकता कर लिया है। सीएम योगी ने न सिर्फ सपा से सीटें छीनी हैं बल्कि जिस फूलपुर सीट पर लोकसभा चुनाव में सपा ने बढ़त हासिल की थी, उसे भी जीत लिया है। यहीं नहीं, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी सीटें भाजपा ने तीन दशक बाद जीती हैं। कटेहरी 1991 के बाद भाजपा कभी नहीं जीती थी। कुंदरकी भी 1993 के बाद पहली बार जीती है। जिन नौ सीटों पर उपचुनाव हुए हैं उनमें से चार सपा के पास थीं। तीन भाजपा और दो भाजपा सहयोगियों निषाद पार्टी और रालोद के पास थीं। सपा ने चार में से दो सीट गवां दी है। भाजपा ने सपा की दोनों सीटें जीत ली हैं।

रालोद ने भी अपनी सीट बचा ली है। निषाद पार्टी वाली सीट मिर्जापुर की मझवां में इस बार भाजपा ने प्रत्याशी उतारा था, उसे अपने पास बरकरार भी रखा है। अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी ऐसी सीटें हैं जिसे 1991 के बाद भाजपा कभी नहीं जीती थी। इस बार सीएम योगी का जलवा इन सीटों पर भी दिखाई दिया और दोनों सीटें भाजपा की झोली में आ गई हैं।

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सपा ने लोकसभा के चुनाव में अपनी चारों सीट मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, अंबेडकरनगर की कटेहरी और मुरादाबाद की कुंदरकी के अलावा भाजपा की प्रयागराज की फूलपुर सीट पर लोकसभा चुनाव के दौरान बढ़त हासिल की थी। ऐसे में सपा का उत्साह सातवें आसमान पर था। वह इन पांच सीटों के साथ ही बीजेपी वाली मझवॉं, खैर, गाज़ियाबाद भी जीतने का दावा कर रही थी। यही नहीं मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट पिछली बार आरएलडी ने सपा के साथ गठबंधन में जीता था। ऐसे में सपा दावा कर रही थी कि उसकी वजह से आरएलडी जीती है। इस बार इस सीट को भी जीतने का दावा सपा कर रही थी।

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सीएम योगी का ही प्रयास है कि कटेहरी पर 33 साल बाद भगवा लहराया है। भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद ने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी शोभावती वर्मा को 33828 मतों के भारी अंतर से शिकस्त दी है। सपा प्रत्याशी शोभावती वर्मा को 69309 जबकि बीएसपी प्रत्याशी अमित कुमार जितेंद्र को 41451 मत मिले। इससे पहले कटेहरी विधानसभा सीट पर भाजपा 1991 में चुनाव जीती थी, जिसमें पूर्व मंत्री अनिल तिवारी पार्टी के प्रत्याशी थे।

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वहीं, कुंदरकी सीट भाजपा ने 31 साल बाद जीती है। मुस्लिम बहुल सीट पर भाजपा के ठाकुर रामवीर सिंह ने 1.44 लाख से ज्यादा रिकार्ड मतों के अंतर से सपा प्रत्याशी मोहम्मद रिजवान को शिकस्त दी है। रिजवान को महज 25580 मत मिले। वह अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। 1993 में भाजपा के राजा चंद्र विजय सिंह ने यह सीट जीती थी।

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