यूपी में दिव्यांग छात्रों को बांटी केरल सरकार की किट, ऑनलाइन ऑर्डर के बाद ऐसे हुआ घोटाला
- इस वर्ष भी छात्रों को देने के लिए विशेष किट का ऑर्डर जैम पोर्टल द्वारा किया गया। सूत्रों के मुताबिक मेरठ की एक फर्म ने किट सप्लाई का टेंडर लिया। फर्म ने यूपी सरकार की जगह केरला सरकार द्वारा दी जा रही किट को अलीगढ़ में भेज दिया।

अलीगढ़ में बेसिक शिक्षा विभाग की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही है। एक ओर जहां जीपीएफ घोटाले की चर्चा जोरों पर है। वहीं दूसरी और दिव्यांग छात्रों को यूपी सरकार की जगह केरला सकरार किट वितरित की जा रही है। अतिगंभीर दिव्यांग छात्रों को होम बेस्ड एजुकेशन यूपी सरकार द्वारा दी जा रही है। ऐसे में अलीगढ़ में 147 ऐसे दिव्यांग छात्र हैं, जो चलने फिरने के लिए दूसरे पर निर्भर हैं। ऐसे छात्रों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उन्हें विशेष किट प्रदान की जाती है। जिसकी लागत प्रति छात्र करीब 3500 रुपये आती है।
इस वर्ष भी छात्रों को देने के लिए विशेष किट का ऑर्डर जैम पोर्टल द्वारा किया गया। सूत्रों के मुताबिक मेरठ की एक फर्म ने किट सप्लाई का टेंडर लिया। फर्म ने यूपी सरकार की जगह केरला सरकार द्वारा दी जा रही किट को अलीगढ़ में भेज दिया।
सत्र समापन पर याद आए दिव्यांग
बेसिक शिक्षा में अधिकारी वाकई आंख बंद किए हुए हैं या जो हो रहा है उसे होने दे रहे हैं। अब इससे बड़ी लापरवाही क्या हो सकती है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 खत्म होने वाला है। और विभाग को दिव्यांगों की याद अब आई है। दिव्यांग छात्रों को बचे हुए आठ दिनों में पूरे किट का प्रयोग करना होगा। कहीं वित्तीय वर्ष समापन में बजट खपाने की याद तो विभाग के अधिकारियों को नहीं आ गई।
एडी बेसिक अलीगढ़ मंडल, कृपा शंकर ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि घोर लापरवाही इस मामले में की गई है। यह जांच का विषय है, बेसिक शिक्षा अधिकारी से मामले की जानकारी कर इसकी जांच की जाएगी। सीडीओ अलीगढ़, प्रखर सिंह ने इस बारे में कहा कि सुबह मामला संज्ञान में आया था। पर आपके द्वारा दी जानकारी महत्वपूर्ण है। तथ्यों को छुपाया गया है, इस संबंध में बीएसए को जांच के लिए पत्र लिखा जाएगा।