कार से चोरी करने जाता खटखट गैंग, मेरठ से आगरा जाकर ऐसे उड़ाए मोबाइल, 3 गिरफ्तार
आगरा में चौराहे- तिराहे पर लाल बत्ती और भीड़भाड़ वाले इलाके में कारों से मोबाइल उड़ाने वाला खटखट गैंग कमला नगर में पकड़ा गया। गैंग में तीन सदस्य हैं। कार से आगरा आए थे। आरोपियों के पास से 11 मोबाइल मिले हैं।
आगरा में चौराहे- तिराहे पर लाल बत्ती और भीड़भाड़ वाले इलाके में कारों से मोबाइल उड़ाने वाला खटखट गैंग कमला नगर में पकड़ा गया। गैंग में तीन सदस्य हैं। कार से आगरा आए थे। आरोपियों के पास से 11 मोबाइल मिले हैं। बरामद मोबाइल की कीमत 8 लाख से अधिक बताई जा रही है। शातिर मोबाइल उड़ाते ही एल्युमीनियम फॉयल में लपेट देते थे। जिससे नेटवर्क चला जाता था। एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि पिछले दिनों शहर में कार से मोबाइल उड़ाने की घटना हुई थीं। कमला नगर थाना प्रभारी निशामक त्यागी और सर्विलांस प्रभारी अंकुर मलिक को गैंग का पता लगाने की जिम्मेदारी दी गई।
सर्विलांस और सीसीटीवी कैमरे से पुलिस के हाथ कुछ सुराग लगे। पुलिस ने वाटर वर्क्स सर्विस रोड से कार सवार तीन युवकों को पकड़ा। पूछताछ में खुलासा हुआ कि तीनों खटखट गैंग के सदस्य हैं। शीशे पर खटखट करके फंसाते थे पुलिस ने बताया कि शातिर चौराहे- तिराहे और भीड़भाड़ वाली जगह लग्जरी कार वाले को शिकार बनाते थे। पहले एक युवक ड्राइविंग सीट के पास जाकर शीशा खटखटाता था।
कार चालक शीशा डाउन करके पूछता था कि क्या हुआ। युवक कहता था कि उनकी कार टक्कर मारकर भागी है। तभी दूसरी तरफ का शीशा दूसरा युवक खटखटाने लगता था। कार चालक शीशा डाउन करके उससे पूछता था कि क्या हुआ। युवक कहता था कि पीछे कोई टक्कर हुई है। उनकी कार का नंबर बताया है। कार चालक घबरा जाता था। इसी दौरान शातिर कार के डैश बोर्ड पर रखा मोबाइल उड़ा देते थे।
एल्युमीनियम फॉयल में नेटवर्क गायब
शातिरों ने बताया कि लोग मोबाइल में लॉक लगाकर रखते हैं। उड़ाते ही उन्हें स्विच ऑफ करना मुश्किल होता था। लोकेशन ट्रेस नहीं हो जाए, इसलिए मोबाइल एल्युमीनियम फॉयल में लपेट देते थे। ऐसा करने से नेटवर्क चला जाता है। चोरी का मोबाइल किसी मोबाइल रिपेयरिंग वाले या राहगीर को सस्ते में बेच देते थे।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने मेरठ निवासी दानेश मंसूरी, राकेश और अमजद को पकड़ा है। उनके पास से एक कार भी मिली। तीनों कार एक परिचत से लेकर आए थे।