चार मरीजों में डेंगू और एक में मलेरिया की पुष्टि
उन्नाव में मानसून के चलते जलभराव के कारण डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक 52 डेंगू और 30 मलेरिया के मरीजों की पुष्टि की है। लोगों को मच्छरों से बचाव और...
उन्नाव,संवाददाता। मानसून के मौसम में जलभराव के चलते डेंगू, मलेरिया फैलाने वाले मच्छरों की तादात तेजी से बढ़ी है। इनका डंक लोगों को डेंगू मलेरिया का शिकार बना रहा है। ऐसे में जिले में रोजाना मरीजों में डेंगू, मलेरिया की पुष्टि हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को घरों के आसपास जलभराव न होने देने और मच्छरों से बचाव की सलाह दे रहे हैं। बीते दिनों हुई बारिश के बाद डेंगू फैलाने वाले एडीज इजिप्टाई मच्छरों की तादात तेजी से बढ़ी है। इसके चलते जिले में डेंगू का डंक हर दिन बढ़ रहा है। शहर के बड़ा चौराहा निवासी 30 वर्षीय महिला, आदर्श नगर निवासी 17 वर्षीय किशोरी, शुक्लागंज के ब्रम्ह नगर निवासी 26 वर्षीय युवक और हसनगंज के न्योतनी गांव निवासी 43 वर्षीय महिला को बीते दिनों से बुखार आ रहा था। हालत में सुधार न होता देखकर परिजन मरीजों को लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां जांच के बाद मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। वहीं नवाबगंज के अजगैन निवासी एक वर्षीय बच्ची में मलेरिया की पुष्टि हुई है। जिला संक्रामक अधिकारी डॉ. अंकिता सिंह ने बताया कि जिले में अबतक 52 मरीजों में डेंगू और 30 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हो चुकी है। सभी मरीजों के घर व आसपास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग टीमें भेजकर निरोधात्मक कार्रवाई करा रहा है।
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बीते साल मिले थे 301 मरीज
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की माने तो साल 2018 में जिले में डेंगू के 61 मामले सामने आए थे। साल दर साल डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती चली गई और पिछले साल जिले में 301 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। ऐसे में करीब छह साल में जिले में डेंगू के एडीज इजिप्टाई मच्छरों की तादात करीब पांच गुना तक बढ़ी है। यह हाल तब है जब स्वास्थ्य विभाग वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विभिन्न अभियान चलाता है।
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हाई रिस्क एरिया
स्वास्थ्य विभाग ने शहर और शुक्लागंज के जिन हाई रिस्क क्षेत्रों को चिह्नित किया है उनमें गंगाघाट के ऋषिनगर, शक्तिनगर, मरहला चौराहा, गांधीनगर, श्रीनगर, झंडाचौराहा, उन्नाव पालिका के कृष्णानगर, कल्याणी, शांतिनगर, पथरकटा कालोनी, एबीनगर, लोकनगर, कासिमनगर, बंधुहार, आवास विकास कालोनी, दरोगाबाग, मौहारीबाग, इंदिरानगर, पीतांबर नगर, जेल कालोनी, गांधीनगर, वृंदावन कॉलोनी, इब्राहिमबाग आदि शामिल हैं।
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बचाव की सलाह
सीएमओ डॉ. सत्यप्रकाश के अनुसार जलभराव से मच्छरों का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। रुके हुए पानी में मच्छर पनपते हैं, ऐसे में ध्यान दें कि कहीं भी पानी एकत्रित न होने दें। घरों की छत पर टायर, गमला और अन्य चीजों में बारिश का पानी जमा न होने दें। कूलर का प्रयोग न होने पर उसका पानी बाहर निकाल दें। नाली व अन्य स्थानों पर एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराते रहें। खिड़कियों पर जाली लगाएं कहीं पानी इकट्ठा है तो उसमें जला हुआ मोबिल ऑयल डाल दें। मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें और पूरी बांह के कपड़े पहनें।
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डेंगू के लक्षण
बुखार- ज्यादातर मरीजों को तेज बुखार होता है, जो अचानक उठता है और 3 से 7 दिन तक चलता है.
शरीर में दर्द- डेंगू के मरीजों में जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द होता है.
सिरदर्द- मरीज को मांसपेशियों के साथ-साथ सिरदर्द भी हो सकता है.
छोटी-छोटी चकत्ते व डेंगू के मरीजों की त्वचा पर छोटे-छोटे लाल रंग के चकत्ते पाए जा सकते हैं.
नीचे की पीठ में दर्द व कुछ मरीजों में पीठ के नीचे भी दर्द हो सकता है.
सूखी खांसी- कुछ लोगों को सूखी खांसी होती है, जो लंबे समय तक चलती है .
थकान और कमजोरी- डेंगू के मरीज काफी थकान महसूस करते हैं और शारीरिक कमजोरी महसूस होती है.
आखों के पिछले हिस्से में दर्द, आंखों में लाली होना, गले में दर्द, छाती में दर्द, घबराहट और बेचैनी होना, उल्टियां होना.
शरीर में प्लेटलेट्स की कमी, नाक से खून आना, ग्लैंड्स में सूजन होना लक्षण शामिल हैं.
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