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बोले उन्नाव : सड़कें-नालियां टूटीं, हैंडपंप खराब, पार्क बन गए कूड़े का डंपिंग यार्ड

Unnao News - यूडीए ने पीडी नगर में कॉलोनियां बनाई, लेकिन विकास की गति धीमी रही। स्थानीय लोगों ने टूटी सड़कों, जलभराव और अव्यवस्थाओं की शिकायत की। अमृत योजना के तहत पाइपलाइन डालने से भी समस्याएं बढ़ गई हैं। पार्कों...

Newswrap हिन्दुस्तान, उन्नावSat, 10 May 2025 02:45 AM
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बोले उन्नाव : सड़कें-नालियां टूटीं, हैंडपंप खराब, पार्क बन गए कूड़े का डंपिंग यार्ड

यूडीए ने कॉलोनियां बनाईं तो एक क्षेत्र पीडी नगर भी बनाया गया। परिसीमन हुआ तो गदनखेड़ा का ग्रामीण भाग भी शहर के वार्ड नंबर-18 से जुड़ गया। यूडीए और पालिका के विकास की रफ्तार यहां धीमी रही। अमृत योजना से मिल चुके ‘दर्द से यहां के बाशिंदे भी अजीज आ चुके हैं। 45 हजार आबादी और 4600 वोटर वाले वार्ड में बदहाल पार्कों पर भी नजर इनायत न करने पर यूडीए के जिम्मेदारों को लोगों ने खूब खरी-खोटी सुनाई। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी पीड़ा साझा की। सभी ने एकसुर में कहा कि टूटी सड़कों को दुरुस्त किया जाए ताकि जलभराव से राहत मिल सके।

इसके अलावा सफाई व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाए। शहर का पीडी नगर वीआईपी क्षेत्र में शुमार है। यहां यूडीए ने आश्रय विहीन से लगाकर वीआईपी बस्तियों के लिए कॉलोनियां बसाईं। निराला फेज में भी नया विकास हुआ। पार्क बने, लेकिन विकास की रफ्तार धीरे-धीरे धीमे होने लगी। अनदेखी शुरू हुई तो यूडीए ने कभी इन पार्कों की तरफ मुड़कर नहीं देखा। जिन पार्कों में स्वच्छता की आस लेकर लोगों ने मकान बनवाए, वहां कूड़ा डंपिंग यार्ड बना दिया गया या फिर कब्जा हो गया। खाली जगहों पर पार्किंग की जाने लगी। यह भी छोड़िये। इन वासियों की दूसरी समस्या अमृत का ‘दर्द है। पीडी नगर के सेक्टर-बी में रहने वाली निशा ने आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान कहा कि ऐसा विकास किस काम का है, जहां समस्याओं की झड़ी लग जाए। हर दूसरी गली में अमृत का ‘दर्द झल रहा है। गड्ढों में तब्दील सड़कें परेशानी का सबब बन रही हैं। गर्मी के दिनों में न पानी मिला और न ही जलभराव खत्म हुआ। यह पूरे नगर का हाल है। इनकी लापरवाही टेस्टिंग में ही उजागर हो चुकी है। मेरी छोटी सी गली में ही टेस्टिंग के दौरान तीन महीने में छह जगह लीकेज की समस्या आ चुकी है। सरकारी विभाग में तैनात आशीष का कहना है कि योजना के तहत पाइपलाइन डाली जा रही है। इस दौरान खोदी गई सड़कें लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही हैं। अब तो गजब कार्यशैली शुरू हो गई है। पहले खोदकर डाली गई सड़कों को ठीक नहीं किया जा रहा है, शेष सड़कों को भी खोदकर डाल दिया जा रहा है। ऐसे में लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। कल्लू बताते हैं कि वह पैर से दिव्यांग हैं और रिक्शा चलाते हैं। बीच में मार्ग खोद दिया गया है। जहां पर न तो पाइप पड़ा है और न पटान किया गया। ऐसे में वहां से निकलने में काफी परेशानी होती है। साथ ही, हादसे का डर भी बना रहता है। परचून की दुकान चलाने वाले अतुल कहते हैं कि दुकान के आगे खोदाई की गई है। कई महीनों से मार्ग खुदा पड़ा है। इस कारण आने-जाने वाले ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है। कई बच्चे और बुजुर्ग गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। सड़कें बनाने का सिर्फ आश्वासन मिलता है, बनती नहीं है। यहां बिजली, पानी की समस्या नहीं पर इस अमृत ने खूब ‘दर्द दिया। गुंजा कहती हैं कि पाइपलाइन डालने और कनेक्शन के बाद सड़क को ठीक कराया जाता है। यदि कहीं ऐसा है तो उसे दिखावाकर सही कराया जाए पर अफसर भी कोई संज्ञान नहीं लेते हैं। अव्यवस्थाओं का अंबार, फिर भी ध्यान नहीं दे रहे जिम्मेदार वार्ड 18 में तीन प्रमुख मोहल्ले आते हैं। इसमें पुराने शहर की बात करें तो पीडी नगर। इसके बाद गदनखेड़ा और आदर्श नगर का एक छोर भी इसी का हिस्सा है। गदनखेड़ा की एक बस्ती ऐसी है, जहां अभी भी नगर परिषद की मूलभूत सुविधाएं नजर नहीं आती हैं। आरोप है कि कई मूलभूत सुविधाओं के लिए लोग नगर परिषद के चक्कर लगाते हैं, लेकिन उन्हें कोई समुचित उत्तर नहीं मिलता है। बारिश के दिनों में जलभराव की समस्या भी परेशानी का सबब बनती है। शहर के पीडी नगर में सेक्टर ए, बी, सी व डी में यूडीए के 11 पार्क हैं। इनके भी हाल बदहाल हैं। यहां मनोरंजन पार्क की भी बदहाली हकीकत बयां करती है। हालांकि, एक काम को लेकर यहां के बाशिंदे नगर पालिका अध्यक्ष की तारीफ करते हैं। कहते हैं कि पीडी नगर नहीं पूरे शहर में सबसे बड़ा पार्क अटल उपवन बन रहा है। यह उपलब्धि वाकई प्रशंसनीय है। आशा और पूनम बताती हैं कि सेक्टर-बी में बनी यूएसडीए की कालोनी की तरफ विकास परिषद को ध्यान देना चाहिए। यहां अव्यवस्थाओं का अंबार है। बाशिंदे कहते हैं कि यहां की तस्वीरें खुद कहानी बयां करती हैं। ढाई साल में नहीं बदल पाई स्ट्रीट लाइट इस वार्ड में प्रकाश व्यवस्था धड़ाम नजर आई। सेक्टर-ए और बी के अलावा गदनखेड़ा व आदर्श नगर आंशिक में स्ट्रीट लाइटों की जगह बल्ब टंगे हैं, लेकिन अंधेरा दूर करने में वह नाकाफी नजर आते हैं। ऐसा मानना है डी नगर की रहने वाली पूर्णिमा का। वह कहती हैं कि सालों से अंधेरे में गालियां हैं। वीआईपी इलाके भी इसी वार्ड में हैं। कई अफसरों के निवास पर कोई सुनवाई नहीं होती है। शिकायत पर बताया जाता है कि विभाग के पास तार, स्विच व अन्य स्ट्रीट लाइट के उपकरण न होने की वजह खराब लाइट नहीं बदली जा सकती हैं। 1. पीडी नगर में एक बड़ा हॉस्टल बनाया जाए। मैरिज हॉल बने। 2. नई विकसित कॉलोनियों में गलियों के निर्माण के लिए पालिका को सर्वे कराकर प्रस्ताव तैयार कराने चाहिए। 3. सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर विचार हो, तब बात बनेगी। 4. अमृत योजना की लाइन तो बिछाई पर न पानी मिला न उखाड़ी गई सड़क सुधरी। इस पर कार्यवाई करनी होगी। 5. सीबीएसई, सीआईएससीई बोर्ड के कॉलेज भी इस वार्ड में सबसे ज्यादा हैं। यहां स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएं। 6. खाली प्लॉट में गंदे पानी की निकासी रोकी जाए। शिकायतें 1. यूडीए ने पार्क की अनदेखी की। एक गेस्ट हाउस था, उसे भी बदहाल बना दिया है। 2. कर्मियों की कमी से वार्ड में नियमित सफाई नहीं होती है। 3. कूड़ा डंपिंग के लिए वार्डों में स्थायी जगह नहीं है। लोग सड़क किनारे कूड़ा डाले देते हैं। 4. गदनखेड़ा में कई इंडियामार्का हैंडपंप खराब हैं। इन्हें बदलने के लिए दर्जनों शिकायतें कीं, लेकिन अब तक सुध नहीं ली। 5. पीडी नगर, निराला नगर जाने पर कई जगह वार्ड में सफर हिचकोलों से भरा है। 6. नई बस्ती में बिजली व्यवस्थाएं सुधर नहीं पाईं। बल्लियों के सहारे केबल दौड़ रही है। बोले बाशिंदे गदनखेड़ा में दिखेगा कि यहां सुविधाएं शून्य हैं। नालियों की सफाई न होने के कारण सड़क पर गंदा पानी भरा है। - जितेंद्र सिंह वार्ड में कई समस्याएं हैं। सड़कें टूटी और हैंडपंप खराब हैं, नालियों की सफाई नहीं होती है। गंदा पानी जमा है। -अनुपम भव्यशिखा चौराहे से निराला नगर तक रोड पालिका ने बनवाई है। यह प्रशंंसनीय है। दशकों से इसकी मांग थी। -राजकिशोर यूडीए ने कॉलोनी तो विकसित कर दी पर निकासी पर ध्यान नहीं दिया। इस कारण जलभराव रहता है। -अनुग्रह टैक्स की बढ़ोतरी हुई पर सुविधाएं नहीं बढ़ाई गईं। सफाई के मामले में पालिका के प्रयास सफल हैं। -शिव विनीत गुप्ता सभासद असमर्थ हैं। कई बार सड़क निर्माण, गलियों के सुधार के लिए पत्र दिया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। -रजनी गुप्ता बोलीं जिम्मेदार वार्ड को संवारने के लिए बन रही योजना वेस्ट टू वेंडर पार्क बनाया जा रहा है। जल्द यह जनता को सौंपा जाएगा। मनोरंजन पार्क को संवारने के लिए भी योजना बन रही है। कई ऐसी सड़कें बनीं, जो दशकों से बदहाल थीं। भव्यशिखा मार्ग का निर्माण भी इसी वर्ष हुआ। आने वाले दिनों में पीडी नगर वार्ड को संवारने के लिए कई काम होंगे। -श्वेता भानू मिश्रा, अध्यक्ष- नगर पालिका परिषद उन्नाव।

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