लंका दहन और सीता खोज की कथा सुनाई
Unnao News - कन्हईखेड़ा स्थित राघव मानस मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। कथा वाचिका पं प्रिया किशोरी ने लंका दहन, राम-रावण युद्ध और भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक...
उन्नाव, संवाददाता। कन्हईखेड़ा स्थित राघव मानस मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गयी। कथा वाचिका पं प्रिया किशोरी ने अंतिम दिन की कथा में लंका दहन, राम- रावण युद्ध, मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के प्रसंग का वर्णन किया। कथा श्रवण करने लखनऊ से पहुंचे विशेष सचिव निर्वाचन सीनियर आईएएस डॉ. अखिलेश मिश्र ने अपने राम चरित मानस पढ़ने मात्र से जीवन में होने वाली ईश्वरीय कृपा का वर्णन किया। कथा वाचिका ने कहां कि रामायण हमें जीने का तरीका सिखाती है। रामायण हमें आदर्श, सेवा भाव, त्याग व बलिदान के साथ दूसरों की संपत्ति पर हमारा कोई अधिकार नहीं है, की सीख देती है। इस प्रकार भगवान श्रीराम ने दीन-दुखियों, वनवासियों के कष्ट दूर करते हुए उन्हें संगठित करने का कार्य किया एवं उस संगठन शक्ति के द्वारा ही समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर किया। इस दौरान आईएएस डॉ अखिलेश मिश्र, जिला पंचायत सदस्य अशोक चंदेल, सिद्धपीठ जानकी माता मंदिर के आचार्य बड़कऊ महराज, अमित मिश्र आदि रहे
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