Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़उन्नावKartik Purnima Millions Participate in Ganga Snan with Devotion and Festivities

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगातट पर उमड़ा आस्था का सैलाब

उन्नाव, संवाददाता। कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। अलसुबह से ही गंगातट पर स्नानार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया

Newswrap हिन्दुस्तान, उन्नावSat, 16 Nov 2024 12:02 AM
share Share

उन्नाव, संवाददाता। कार्तिक पूर्णिमा पर लाखों लोगों ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। सुबह से ही गंगातट पर स्नानार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। जिले के शुक्लागंज, परियर, बक्सर और नानामऊ व कोलुहागाड़ा समेत एक दर्जन गंगा घाटों पर भक्तों ने स्नान कर गंगा पुत्रों को दान दक्षिणा देकर मां गंगा की आरती की। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए शुक्रवार सुबह से ही लोग घरों से निकल पड़े। नगर के अलावा कानपुर, उन्नाव, बांगरमऊ, अचलगंज, बीघापुर, मौरांवा, पुरवा, असोहा, नवाबगंज, लखनऊ समेत तमाम स्थानों से स्नानार्थियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। गंगा स्नान व ध्यान के बाद श्रद्धालुओं ने तट पर बैठे पंडों को दान दक्षिणा देकर पुण्य लाभ कमाया। स्नान के बाद तमाम श्रद्धालुओं ने तट पर भगवान श्रीसत्य नारायन की कथा सुनी। उसके बाद लोगों ने तट पर लगे मेले का आनंद उठाया। शुक्रवार श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में दीपदान भी किया। गंगा मइया की विशेष आरती व हवन पूजन के कार्यक्रम हुए। गंगा तट पर स्नान करने पहुंचे युवाओं ने गंगा मइया के जयकारे भी लगाए। उठ रहे जयकारों से घाट पर भक्तिमय माहौल व्याप्त रहा। दूरदराज क्षेत्रों से घाटों पर गुरुवार रात पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने सर्दी होने से किसी तरह रात बिताई और भोर पहर जल्दी स्नान कर अपने घरों को रवाना हो गए

तुलसी के पूजन का विशेष महत्व

मान्यता के अनुसार आषाढ़ शुक्ल एकादशी से भगवान श्रीहरि चार माह के लिए योगनिद्रा में लीन होकर कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते है। तुलसी का विवाह विष्णु स्वरूप शालिग्राम से होता है। इसी खुशी में स्वर्गलोक में देव दीपावली मनाई जाती है। इस दिन तुलसी के पूजन का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं ने सुबह होते ही गंगा स्नान कर वापस घरों में तुलसी देवी का पूजन अर्चन किया। महिलाओं ने भी सुबह घरों में पूजन अर्चन करने के लिए मिष्ठान आदि तैयार किए। महिलाओं ने मां तुलसी की आरती कर मनवांछित फल की कामना की।

भक्तों के हर-हर गंगे के उद्घोष से भक्तिमय हुआ माहौल

बारा सगवर। बक्सर घाट पर शुक्रवार भोर पहर से ही आस्था का सैलाब उमड़ा। मोक्षदायिनी गंगा में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देर रात से ही जुटनी शुरू हो गई थी। बक्सर, डौंडियाखेड़ा, चंदरपुर, गढ़ेवा आदि घाटों पर भी हर-हर गंगे का उद्घोष कर हजारों भक्तों ने गंगा स्नान किया।

बक्सर धाम स्थित मां चण्डिका-अम्बिका की पूजा अर्चना के साथ दरबार में माथा टेककर मन्नत मांगने वाले भक्तों का भोर पहर से ही तांता लगा रहा। स्नानार्थियों ने बक्सर घाट पर पंडों को अन्न दान, दक्षिणा देकर पुण्य कमाया। सुमेरपुर बक्सर मार्ग पर बक्सर धाम से दो किमी. पहले ही तनगापुर स्कूल व बक्सर-दूधी कगार मार्ग पर गंगा पुल से आगे पांडु नदी के पास फतेहपुर बॉर्डर पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग कर बड़े व चौपहिया वाहनों को रोक दिया गया था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गुरुवार देर रात से ही बक्सर स्थित सभी घाटों व मेले में कई थानों का फोर्स तैनात रहा। पुलिस प्रशासन की सख्त चाक चौबंद व्यवस्था से नजदीकी अन्य जनपदों सहित क्षेत्र से उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के जन सैलाब ने बक्सर धाम में लगे भव्य मेले में जमकर खरीदारी किया। डौडियाखेड़ा के कामेश्वर घाट, चन्दरपुर व गढेवा घाट पर भी भोर पहर से ही गंगा स्नानार्थियों का हुजूम उमड़ा। बक्सर घाट पर फतेहपुर, उन्नाव, रायबरेली आदि अन्य कई निकटवर्ती जनपदों के हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा नहाकर पुण्य प्राप्त किया। कार्तिक पूर्णिमा भव्य मेले में शांति व्यवस्था व सुरक्षा के लिए एसडीएम रणवीर सिंह, सीओ ऋषि कान्त शुक्ल व थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र नाथ मिश्र मय पीएसी व महिला पुलिस के गुरुवार शाम से ही डटे रहे। बक्सर चौकी इंचार्ज राकेश कुमार तिवारी ने बताया कि बड़े वाहनों से ट्रैफिक की समस्या से श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, इसलिए बक्सर से दो किलोमीटर दूर वाहनों को रोक कर पार्किंग की व्यवस्था की गई थी।

कथा सुन भक्तों ने गंगा पुत्रों को किया दान

बांगरमऊ। विख्यात नानामऊ गंगा तट पर हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र गंगाजल का आचमन कर आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद पंडों को अन्न दान कर पुण्य कमाया। सुबह तीन बजे से ही गंगा तट पर पहुंचने के लिए नानामऊ मार्ग पर स्नानार्थियों का तांता लगा रहा। स्नानार्थी निजी प्राइवेट वाहनों से गंगा तट पर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद श्री सत्यनारायण भगवान की कथा श्रवण की और पंडों को दक्षिणा अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। तमाम श्रद्धालुओं ने गंगा तट पर कंडे की आग पर मिट्टी की हांडी में खिचड़ी पकाई और मां गंगा को भोग लगाकर प्रसाद ग्रहण किया। दूरदराज इलाकों के करीब एक दर्जन श्रद्धालुओं द्वारा दो दिन पहले ही गंगा तट पर तंबू गाड़ कर कैंप भी किया। गंगा तट पर मेला भी लगा। मेले में मिष्ठान की दुकानों पर प्रसाद की जमकर बिक्री हुई। महिलाओं ने सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर खरीदारी की। जबकि बच्चों ने गुब्बारे और खिलौने आदि खरीदे। प्रशासन ने मेले की सुरक्षा के लिए कैंप लगा भारी फोर्स के साथ ही तहसील कर्मियों को भी तैनात किया गया। एसडीएम नम्रता सिंह राजस्व कर्मियों के साथ मेला भ्रमण कर पल-पल का जायजा लेती रहीं। मेले में क्षेत्रीय विधायक श्रीकांत कटियार ने कैंप लगाकर खिचड़ी भोज कराया। जहां हजारों श्रद्धालुओं ने घी खिचड़ी का आनंद लिया। मेले में सीएचसी से शिविर लगाया गया। शिविर में सुबह से शाम तक डॉ सुनील कुमार राठौर अन्य चिकित्सा कर्मियों के साथ मरीजों की जांच और उन्हें नि:शुल्क दवाएं वितरित करते रहे।

बैरीकेडिंग कर वाहनों को गया रोका

पर्वो पर बेतरतीब तरीके से वाहनों के आवागमन पर दुर्घटनाओं के अलावा भीषण जाम लगता रहा है। मगर तहसील प्रशासन और पुलिस ने गुरुवार से ही ट्रैफिक व्यवस्था चाक-चौबंद कर रखी थी। पुलिस ने नगर के नानामऊ मार्ग तिराहे पर बेरीकेडिंग लगाकर भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया था। शुक्रवार सुबह से ही पुलिस ने गंगा पुल से आवागमन भी रोक दिया और स्नानार्थियों के सभी ट्रैक्टर, जीप व बसें आदि वाहन जगतनगर गांव के अंदर से तथा भुड्डा चौराहे से अंटवा गांव से होकर गंगा रेती के लिए गुजारे गए। इसीलिए शुक्रवार स्नानार्थियों की भारी भीड़ उमड़ने के बावजूद कोई अप्रिय घटना नहीं घट सकी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें