उद्योगपति के नाम पर कंपनी के जीएम से ठगी, जालसाजों ने ट्रांसफर कराए 2 करोड़ 70 लाख रुपये
नाइन सेनेटरी नैपकिन के मालिक के नाम पर जालसाजों ने कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। अब मामले में साइबर थाने की पुलिस ने तेलंगाना के दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद किया है।
नाइन सेनेटरी नैपकिन के मालिक अमर तुलस्यान के नाम पर कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये की जालसाजी के मामले में साइबर थाने की पुलिस ने तेलंगाना के दो जालसाजों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद किया है। दोनों आरोपितों ने हैदराबाद से घटना को अंजाम दिया था। व्हाट्सएप एकाउंट बनाकर नेट बैकिंग के जरिए 2.70 करोड़ रुपये दो खातों में ट्रांसफर कराए थे।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान मेटापेल्ली रमेश व अल्ले सत्यम के रूप में हुई है। मेटापल्ली रमेश, दतनूर चिलावाकुडुर गोलापल्ली थाना जगित्याल जनपद जगित्याल (तेलंगाना) का रहने वाला है तो वहीं अल्ले सत्यम इसी जनपद के पूचमा वाडा का निवासी है। इनकी गिरफ्तारी के लिए एक टीम ने हैदराबाद में डेरा डाल रखा था।
हैदराबाद के दो बैंक खातों में ट्रांसफर कराया था पैसा
उद्योगपति अमर तुलस्यान के नाम पर कंपनी के जीएम से 2.70 करोड़ रुपये हैदराबाद के दो बैंक खाते में जालसाजों ने मंगाए गए थे। हैदराबाद स्थित यस बैंक में 13 नवंबर को 90 लाख और 14 नवंबर को आईसीआईसीआई बैंक में 1.80 करोड़ रुपये मंगाए गए। इसकी जांच पड़ताल करने जिले की पुलिस टीम हैदराबाद गई तो वहां से इनके बारे में सुराग मिला। दोनों बैंकों के खाते में रुपये आने के बाद तत्काल उसे पश्चिम बंगाल, झारखंड और राजस्थान के 10 से अधिक बैंक खातों में ट्रांसफर किया था। कुछ रकम पुलिस ने होल्ड कराया है, जबकि कुछ की प्रक्रिया में जुटी है।
लखीमपुर खीरी से मिला सुराग तब हैदराबाद पहुंची टीम
आरोपितों ने जिस वाट्सएप नम्बर का इस्तेमाल किया था, उसकी जांच में पता चला है कि उस नम्बर का सिमकार्ड लखीमपुर खीरी के एक युवक के नाम पर है। पुलिस उसके घर पहुंची तो परिजनों ने बताया कि 20 वर्षीय युवक मदरसे में पढ़ता है। पुलिस जांच करते हुए उस जगह पहुंच गई, जहां से सिमकार्ड बेचा गया था। दुकानदार को उठाने के बाद उससे कई अहम जानकारी मिली। पता चला कि लखीमपुर खीरी से काफी संख्या में सिमकार्ड खरीद कर कुछ लोग ले गए हैं। पुलिस ने फुटेज के आधार पर सिमकार्ड खरीदार को ट्रेस किया और जालसाजों तक पहुंच गई।
दो दिन में हुई थी जालसाजी
नाइन सेनेटरी नैपकिन कंपनी के जीएम रमेश कुमार ने पुलिस को बताया था कि 13 नवंबर को उनके वाट्सएप पर निदेशक अमर तुलस्यान का फोटो लगा हुआ मैसेज आया। उसमें लिखा था कि मेरा यह नंबर सेव कर लो। उस नंबर को उन्होंने सेव कर लिया। इसके बाद चैटिंग हुई, जिसमें लिखा गया कि मैं एक नए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूं, इससे संबंधित कागजात भेज दूंगा। यह बताने के बाद यस बैंक का खाता नंबर भेजा गया, जिसमें 90 लाख रुपये ट्रांसफर करने का निर्देश आया।
दूसरे दिन 14 नवंबर को भी उसी नंबर से एक और खाता नंबर भेजा गया, जिसमें 1.80 करोड़ रुपये भेजने का निर्देश आया। इस पर उन्होंने ऑफिस के कर्मचारी नागेंद्र शुक्ला से नेट बैंकिंग के जरिए रुपये ट्रांसफर करवाए। फिर 14 नंवबर को निदेशक अमर तुलस्यान से बात हुई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया था। इसके बाद साइबर अपराध थाने में केस दर्ज कराया।