शताब्दी एक्सप्रेस में वर्दी का धौंस दिखा रहा था सिपाही, टीटीई ने वसूला 4460 रुपये का जुर्माना
- लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली 12003 स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में लखनऊ और कानपुर से बिना टिकट दो सिपाही चढ़ गए। जब उनसे टिकट मांगा गया तो उन्होंने वर्दी का रौंब दिखाया। इस टीटीई ने 4460 रुपये का जुर्माना लगाते हुए जीआरपी को सौंप दिया।
लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली 12003 स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में लखनऊ और कानपुर से बिना टिकट चढ़े दो सिपाहियों को पकड़ 4460 रुपये जुर्माना वसूलने के बाद छोड़ा गया। दरअसल शताब्दी एक्सप्रेस में शुक्रवार को सी-1 कोच में सिपाही विदेश कुमार चढ़े। टीएस दिवाकर तिवारी ने टिकट मांगा तो सिपाही ने बोला कि वर्दी नहीं दिखती। इस पर दिवाकर ने कंट्रोल को मैसेज दिया।
यूपी में सिपाही और पुलिस अफसरों का ट्रेन के भीतर बिना टिकट चढ़ना आम बात है। लेकिन कई बार वह टीटीई के निशाने पर आ जाते हैं और उन्हें भी आम लोगों की तरफ जुर्माना भरना पड़ता है। ऐसा ही कुछ मामला कामपुर से सामने आया है। जहां शुक्रवार की शाम लखनऊ से नई दिल्ली जाने वाली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस में दो सिपाही बिना टिकट ही घुस गए। जब टीटी ने उनसे टिकट मांगा तो रौंब झाड़ते हुए कहा कि वर्दी नहीं दिखती। इस पर टीटीई भी नाराज हो गए और कंट्रोल को मैसेज कर दिया। कानपुर सेंट्रल पर आरपीएफ ने सिपाही विदेश कुमार को टीसी सुनील जायसवाल को हैंडओवर किया। काफी जद्दोजहद के बाद सिपाही से 2230 रुपये वसूलने के बाद छोड़ा।
इसी तरह कानपुर सेंट्रल से शताब्दी के सी-7 कोच में चढ़े सिपाही धर्मेंद्र यादव से जब कोच कंडक्टर जितेंद्र सिंह ने टिकट मांगा तो बोला कि वर्दी नहीं देख रहे हो। जितेंद्र सिंह ने कंट्रोल टूंडला मैसेज किया। फफूंद स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही जीआरपी ने सिपाही को उतार 2230 रुपये का टिकट बनाने के बाद छोड़ा। उसने जीआरपी के जवानों पर वर्दी की धौंस भी जताई। हालांकि सख्ती पर उसकी एक न चली।