Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Try these air purifier plants inside your home balcony drawing and bed room

घर के हर कोने में चाहिए ताजा हवा तो लगाएं ये सुंदर एयर प्यूरीफायर पौधे

  • आजकल घर के अंदर बालकनी से बेडरूम तक एयर प्यूरीफायर पौधों का चलन बढ़ रहा है।

Ritesh Verma हिन्दुस्तान टीम, संवाददाता, बागपतWed, 5 Feb 2025 08:37 PM
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घर के हर कोने में चाहिए ताजा हवा तो लगाएं ये सुंदर एयर प्यूरीफायर पौधे

जगह की कमी के कारण न तो घरों में बगीचे हैं और न ही पार्क में ताजा हवा लेने का समय। ऐसे में घर को ही ताजगी का इको-फ्रेंडली टच दिया जाए तो इससे बढ़िया कोई बात नहीं हो सकती। ऐसे कुछ पौधे हैं, जिन्हें अगर आप घर में लगाते हैं तो इनसे न सिर्फ हर कोने की खूबसूरती बढ़ सकती है बल्कि हवा को साफ और ताजा रखने में भी मदद मिल सकती है। जी हां, हम जानकारी दे रहे हैं कुछ ऐसे एयर प्यूरीफायर पौधों की जो घर को फ्रेश और ताजगी भरा लुक देंगे और हवा को साफ भी करेंगे। जानिए घर के भीतर रखे जाने वाले इन पौधों के बारे में।

तुलसी, स्नेक प्लांट, पुदीना, मनी प्लांट्स, स्पायडर प्लांट, नीम, गिलोय, ऐरेका पासा, क्रोटोन प्लांट, पीस लिली, ड्राईसीना, मरुआ, रबर प्लांट, ऐलोवेरा, सहजन के पौधों की मांग काफी बढ़ी है। बांस को हिंदू रिवाज में अशुभ माना जाता है लेकिन जिनके पास बड़ी जगह है, वो इसे लगा रहे हैं।

बेडरूम में हर्बल प्लांट लगा रहे लोग

उदय नर्सरी के संचालक अनिल कश्यप बताते हैं कि पहले पेड़-पौधों की बिक्री कम थी। लोग 10-20 रुपये में भी पौधे लेने को तैयार नहीं होते थे लेकिन अब गूगल सर्च कर लोग ऑक्सीजन अधिक देने वाले पौधों की मांग कर रहे हैं। इन पौधों के लिए लोग 50 से 100 रुपये तक देने को तैयार हैं। अधिकतर पौधों का स्टॉक आते ही खत्म हो जाता है। लोग उनके पास गिलोय के पौधे के लिए आते हैं। लोग ड्राइंग रूम में भी गिलोय का पौधा लगाने लगे हैं।

तुलसी से लेकर बिलपत्र की बढ़ी मांग

नर्सरी संचालकों के अनुसार तुलसी का पौधा भी ऑक्सीजन देता है। बिलपत्र, पीपल और नीम के पौधों की भी मांग कोरोना की दूसरी लहर के बाद बढ़ी है। यह ऑक्सीजन के साथ-साथ घर की हवा को भी शुद्ध रखते है। इन पौधों का चलन तेजी से बढ़ा है। डेंगू के प्रकोप के चलते पीपल के पौधों की मांग भी चढ़ी है।

एलोवेरा

बालकनी हो, ड्राइंग रूम या फिर कमरे की खिड़की, छोटे से पॉट में लगे एलोवेरा के पौधे को आप घर के हर उस कोने में रख सकते हैं, जहां थोड़ी भी धूप आती हो। न ज्यादा तामझाम की जरूरत है और न ही अधिक समय खर्च करना पड़ता है। यह दिखने में जितना खूबसूरत है, उतने ही इसके फायदे भी हैं। यह हवा से बेनजीन और फॉर्मलडिहाइड जैसे रसायनों को कम करता है, जिससे घर में ताजा और प्रदूषण रहित हवा आ सके। इसके पत्तों का जेल यानी एलोवेरा जेल खूबसूरती और सेहत दोनों लिहाज से फायदेमंद है।

बैंबू पाम

बैंबू पाम का पौधा इन दिनों बहुत प्रचलित है। हल्की नमी वाली जगह पर इसे लगाना उपयुक्त है। घर के कमरों या लिविंग रूम में इसे बेझिझक लगा सकते हैं। यह हवा से बेनजीन, फॉर्मलडिहाइड और ट्राइक्लोरोथीन जैसे रसायनों को तो सोखते हैं, साथ ही हवा में नमी और वातावरण को ठंडा भी रखते हैं।

लगातार कम हो रहा वन क्षेत्र

बड़ौत वन क्षेत्र के पास 783.10 हेक्टेयर एरिया है जिनमें विभिन्न गांवों के 12 जंगल आते हैं। इनमें 30 हजार के आस-पास हरे पेड़-पौधों का संरक्षण विभाग द्वारा किया जाता है। इनकी संख्या 10 साल पहले तक 40 हजार से अधिक थी। रेंजर सुनेंद्र सिंह का कहना है कि कर्मचारियों की कमी से विभाग जूझ रहा है। वृक्षों से लेकर वनीय जीवों तक की रक्षा के पूरे प्रयास किए जाते हैं। बजट के अनुसार नए पौधों का रोपण लगातार चलता रहता है।

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