दलित परिवार के घर में बनवाई मजार, फिर पढ़वाई फातिहा, धर्म परिवर्तन करवाने वाले चार लोग गिरफ्तार
- हमीरपुर दलित परिवार को प्रलोभन देकर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया। हिंदू संगठनों को जब इसकी जानकारी हुई तो वह मौके पर पहुंचे हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
यूपी में धर्मपरिवर्तन का खेल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन हिंदू परिवार को जाल में फंसाकर उनका ब्रेन वॉश करने के मामले सामने आ रहे हैं। हमीरपुर जिले से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां दलित परिवार को प्रलोभन देकर जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया। हिंदू संगठनों को जब इसकी जानकारी हुई तो वह मौके पर पहुंचे हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
कस्बे के पूर्वी तरौस वार्ड नंबर एक निवासी अजीत वर्मा की पत्नी उर्मिला ने पुलिस को बताया कि उसकी तबीयत काफी समय से खराब है जिससे वह परेशान थी। उसे मुकाम कसौड़ा मोहल्ले में रहने वाले नूरुद्दीन ने मजार जाने की सलाह दी और दावा किया इससे वह ठीक हो जाएगी। उसकी बातों में फंसकर वह करीब दो सालों से मजार में जा रही थी। बाद में उसके कहने पर घर में भी मजार बनवा ली। लेकिन सेहत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद नूरुद्दीन व उसके साथी मुस्लिम धर्म अपनाने का प्रलोभन देने लगे और तबीयत ठीक करने के लिए फातिहा को प्रेरित किया।
उर्मिला के अनुसार 10 जनवरी को नूरुद्दीन भतीजे मेराज हसन, खालिक, इरफान व मोहम्मद हनीफ के साथ घर पहुंचा और कमरे में बनी मजार में फातिहा पढ़ने लगा। इन्होंने पति से धर्म परिवर्तन करने को कहा, इनकार करने पर जान से मारने की धमकी देनी शुरू कर दी। शुक्रवार तड़के हिंदूवादी संगठन के आशीष सिंह ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच चार लोगों को हिरासत में ले लिया। एएसपी एमके गुप्ता ने बताया कि उर्मिला की तहरीर पर पांच आरोपियों के खिलाफ धारा- 351 (2) बीएनएस व 3/1 (1) उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 के तहत मामला दर्ज किया गया है। नूरुद्दीन, खालिद, इरफान व मोहम्मद हनीफ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि पांचवें आरोपी मेराज हसन की तलाश की जा रही है।