संभल बवाल के बाद आज पहला जुमा, नमाज को लेकर वेस्ट यूपी में अलर्ट; जमीन से आसमान तक पैनी नजर
- कोर्ट के आदेश पर संभल में मस्जिद के सर्वे के बाद 24 नवंबर को बवाल हो गया था। इस सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर शुक्रवार को ही संभल के कोर्ट में कोर्ट कमिश्नर द्वारा पेश की जाएगी। दूसरी ओर बवाल के बाद शुक्रवार को पहला जुमा है। इसे ध्यान में रखते हुए वेस्ट यूपी में पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है।
संभल बवाल के बाद जुमे की नमाज के दौरान प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए वेस्ट यूपी में पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संभल में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पुलिस-प्रशासन के अफसर जमीन से लेकर आसमान तक पैनी नजर रखेंगे। कोई भी व्यक्ति जामा मस्जिद में कड़ी सुरक्षा चेकिंग के बगैर नमाज पढ़ने के लिए प्रवेश नहीं कर सकेगा। अफसरों ने शांति-सद्भाव बनाए रखने के लिए शहर के मौलानाओं से अपील कराई है। साथ ही शहर को 18 सेक्टर में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। पुलिस फोर्स के अलावा आठ कंपनी पीएसी और एक बटालियन आरएएफ की तैनाती की गई है।
बवाल के बाद शुक्रवार को होने वाली नमाज त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में अदा होगी। शाम को डीआईजी मुनिराज जी ने शहर में भ्रमण कर सुरक्षा के इंतजाम परखे। सभी को सतर्कता के साथ ड्यूटी करने के निर्देश दिए। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने अधिकारियों के साथ बैठक की। इससे पहले एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने गुरुवार को शहर में भ्रमण किया और सुरक्षा के इंतजामों को परखा।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरतने के निर्देश दिए। पुलिस पिकेट को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। जुमा की नमाज के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखेंगे। अधिकारियों ने ड्रोन से सर्वे कर लोगों की छतों को भी देखा। जिससे किसी अनहोनी से बचा जा सके।
12 कंपनी पीएसी और आरएएफ भी तैनात
संभल। जुमे की नमाज सकुशल संपन्न कराने के लिए एहतियातन जामा मस्जिद पर गुरुवार को 20 सीसीटीवी कैमरे भी पुलिस प्रशासन की तरफ से लगवाए गए हैं। बीते दिनों आठ कैमरे पुलिस ने लगवाए थे लेकिन बवाल के दौरान उपद्रवियों ने उन्हें तोड़ दिया था। अब सुरक्षा की दृष्टि से 20 नए कैमरे लगाए गए हैं। नमाज से पहले ड्रोन कैमरा से पूरे मस्जिद क्षेत्र की निगरानी की जाएगी।
मुरादाबाद को 10 जोन में बांटा
वहीं मुरादाबाद शहर को 10 जोन और 43 सेक्टर में बांटकर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई है। जामा मस्जिद समेत सभी मस्जिदों और उसके आसपास फोर्स तैनात रहेगी। इसके लिए पुलिस के साथ ही पीएसी जवानों की ड्यूटी लगाई गई है।
संभल कोर्ट में पेश हो सकती है सर्वे रिपोर्ट
कोर्ट के आदेश पर संभल में मस्जिद के सर्वे के बाद 24 नवंबर को बवाल हो गया था। इस सर्वे की रिपोर्ट 29 नवंबर शुक्रवार को ही संभल के कोर्ट में कोर्ट कमिश्नर द्वारा पेश की जाएगी। दूसरी ओर बवाल के बाद शुक्रवार को पहला जुमा है। इसी को ध्यान में रखते हुए एसएसपी सतपाल अंतिल ने जिले में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। मुरादाबाद शहर समेत ग्रामीण क्षेत्र की सभी मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम करने को कहा है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि व्यवस्था बनाने के लिए शहर को 10 जोन और 43 सेक्टर में बांटकर पुलिस ड्यूटी लगाई है। जोन की कमान इंस्पेक्टर लेबल के पुलिसकर्मियों को दी गई है। उनकी मॉनिटरिंग सीओ करेंगे। जामा मस्जिद, जीआईसी चौराहा स्थित मस्जिद, कांठ रोड के गुलाब मस्जिद पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यहां ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जाएगी। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस के साथ ही पीएसी जवानों की भी ड्यूटी लगाई है। यदि किसी ने जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने की कोशिश की तो उससे सख्ती से निपटा जाएगा।
संभल जाने पर अड़े शिव सैनिक,एसपी ने समझाया
शिवसेना (उबठ) पश्चिम उत्तर प्रदेश शुक्रवार को संभल स्थित हरिहर मंदिर जाने की तैयारी कर रही है। जिला प्रमुख वीरेंद्र अरोड़ा के आवास पर बैठक हो रही थी। संभल जाने की तैयारियों को लेकर बात चल रही थी, तभी वहां एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह व अन्य अधिकारी पहुंच गए। शिवसेना जिला प्रमुख ने बताया कि शिवसेना हर हाल में हरिहर मंदिर की ओर कूच करेगी। वहीं एसपी सिटी ने कहा कि बैठक की सूचना मिली थी। वहां पर गया था, वे लोग संभल जाने की बात कह रहे थे। वार्ता करके समझाया है।
संभल बवाल की सीबीआई जांच हो: अमिताभ ठाकुर
संभल में मस्जिद के सर्वे के बाद 24 नवंबर को हुए बवाल के मामले ने तूल पकड़ लिया है। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और उसकी एजेंसियां जिस प्रकार से सम्प्रदाय विशेष को जानबूझकर टारगेट कर दोषी और अपराधी दर्शाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने मामले की सीबीआई से जांच कराके सच्चाई सामने लाने की मांग की है।