बाइक की डुप्लीकेट चाभी बनवाने के लिए भी आधार कार्ड लाना होगा, मोबाइल नंबर भी जरूरी
- अभी तक सरकारी कार्यों या बैंक में एकाउंट खुलवाने के लिए आधार जरूरी था। अब यूपी के एक जिले में डुप्लीकेट चाभी बनवाने के लिए भी आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है।
सरकारी योजना का लाभ पाना हो या फिर बैंक में खाता खोलवाना हो तो आधार नंबर जरूरी होता है। लोग देते भी हैं, लेकिन यूपी के एक जिले में डुप्लीकेट चाभी बनवाने के लिए भी आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा चोरियों पर अंकुश लगाने और चाभी बनवाने वालों का रिकार्ड रखने के लिए किया गया है। जौनपुर पुलिस ने जो अनोखा प्रयोग किया है उसके तहत यदि आपके दो या चारपहिया वाहन की चाभी कहीं खो गई है और आप डुप्लीकेट चाभी बनवाना चाहते हैं तो बनाने वाले दुकानदार को अपने आधार कार्ड की फोटो कॉपी और मोबाइल नंबर देना होगा।
दुकानदार इसे अपने रजिस्टर में अंकित करेगा। इसके बाद ही वह चाभी बनाकर देगा। बिना आधार लिये दुकानदार चाभी बनाता है तो पकड़े जाने के बाद उसे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। यही वजह है कि चाभी बनाने वाले दुकानदारों ने बोर्ड पर बकायदे मोटे-मोटे अक्षरों में अपनी दुकान पर सूचना लिखवा रखी है- बिना आधार कार्ड जमा किए चाभी नहीं बनेगी। इतना ही नहीं घूम-घूमकर चाभी बनाने वालों के लिए भी यहीं फरमान जारी किया गया है। जौनपुर जिला मुख्यालय पर ही अकेले करीब 50 से 70 चाभी प्रतिदिन बनती है।
अचानक टहलते हुए जारी हो गया फरमान
20 अगस्त को पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा पैदल ही ओलंदगंज से शाहीपुल के रास्ते जा रहे थे। अचानक शाहीपुल के पास दोपहिया वाहनों की अधिक संख्या देखकर रुक गए। पता किया गया तो दुकानदार डुप्लीकेट चाभी बना रहे थे। दुकानदारों से पूछा कि जो लोग चाभी बनवा रहे हैं, क्या यह उसी का वाहन है यह कैसे सत्यापित करोगे, दुकानदार कुछ नहीं बोल सके। तभी से यह फरमान जारी कर दिया गया कि बगैर आधार के चाभी नहीं बनेगी।
दुकानदार नूर आलम का कहना है कि हम लोग अब बिना आधार लिये किसी की भी डुप्लीकेट चाभी नहीं बना रहे हैं। हर रोज चार से पांच चाभी बनाते हैं। इस बारे में इलाकाई पुलिस अधिकारी ने हमें निर्देश दिया है।
एसपी डॉक्टर अजय पाल शर्मा के अनुसार वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्र में ताला बनानेवालों के यहां बोर्ड लगवाएं कि आधार कार्ड की प्रति जमा किए बगैर डुप्लीकेट चाभी नहीं बनेगी। समय-समय पर एकत्र आधार कार्डों की जांच कराई जाएगी।
क्या होगा इससे फायदा
-चोरी के मामले ट्रैस करने में पुलिस को मदद मिलेगी।
-वाहन चोरी करने वाले किसी वाहन को ले जाकर अब चाभी नहीं बनवा सकेंगे।
-पुलिस के पास चाभी बनवाने वालों का रिकार्ड उपलब्ध होगा।
-दुकानदारों का कारोबार कैसा है, इसकी भी समीक्षा हो सकेगी।
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