Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़To attain siddhi tantrik and his disciple sacrificed an innocent child court sentenced both them to life imprisonment

सिद्धि पाने के लिए तांत्रिक और उसके चेले ने मासूम की चढ़ा दी थी बलि, कोर्ट ने दोनों को सुनाई उम्रकैद की सजा

  • यूपी के फतेहपुर में सिद्धि पाने के लिए दो साल की मासूम बच्ची को अगवा कर बलि देने वाले तांत्रिक और उसके चेले को शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. इलियास ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

Dinesh Rathour लाइव हिन्दुस्तान, फतेहपुरFri, 17 Jan 2025 07:01 PM
share Share
Follow Us on

सिद्धि पाने के लिए दो साल की मासूम बच्ची को अगवा कर बलि देने वाले तांत्रिक और उसके चेले को शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. इलियास ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दोनों पर अदालत ने 20 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। घटना के बाद से दोनों आरोपी जेल में बंद हैं। बिंदकी कोतवाली के नंदापुर गांव में 21 मार्च 2019 को होली के मौके पर गांव में फाग देखने गई मुकेश कुशवाहा की दो साल की बेटी कंचन लापता हो गई थी। परिजनों ने खोजबीन की, पता न चलने पर 22 मार्च को कोतवाली में सूचना दी। 25 मार्च को बच्ची का शव सैमसी गांव में नाले किनारे बरामद हुआ।

बच्ची की निर्ममता पूर्वक हत्या की गई थी। गड़ासे से कलेजा चीरा गया था और एक हाथ व एक पैर कटा था। जिस तरह मासूम की हत्या की गई थी, उससे सैमसी गांव के तांत्रिक हेमराज पर आरोप लगा। हरकत में आई पुलिस ने हेमराज तांत्रिक और उसके चेले सेलावन के शिवप्रकाश को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने जुर्म स्वीकार कर लिया। उन्होंने सिद्धि प्राप्ति के लिए गड़ासे से बच्ची को काटकर बलि देने की बात स्वीकार की।

पुलिस ने दोनों को जेल भेजने के बाद कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता कल्पना देवी पांडेय ने बताया कि सुनवाई के दौरान 11 गवाहों ने बयान दर्ज कराए। सहायक शासकीय अधिवक्ता महेंद्र सिंह ने बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं से जिरह की। साक्ष्यों और गवाहों के बयान व दलीलों के आधार पर अदालत ने दोनों को उम्रकैद की सजा सुनाई।

अगला लेखऐप पर पढ़ें