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ये राजनीतिक ड्रामा है....बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्‍त्री की यात्रा पर ये क्‍या बोल गए ओम प्रकाश राजभर

  • यूपी सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कर्ताधर्ता ओम प्रकाश राजभर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक टीवी चैनल से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने बाबा बागेश्वर की पदयात्रा को राजनीतिक ड्रामा करार दिया। उन्‍होंने कहा, 'यह राजनीतिक ड्रामा है…एक जुगाड़ है लोकसभा और विधानसभा में जाने का।'

Ajay Singh लाइव हिन्दुस्तानSat, 30 Nov 2024 11:46 AM
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मध्‍य प्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम से 21 नवंबर को निकली बाबा धीरेन्‍द्र कृष्‍ण शास्‍त्री की 'सनातन एकता यात्रा' में कई फिल्‍मी सितारे और नेता शामिल हुए। इसमें भाजपा के भी कई नेता, मंत्री और विधायक शामिल रहे। इसमें हिस्‍सा लेने के लिए कुंडा से विधायक और जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी पहुंचे थे। लेकिन इस बीच यूपी की योगी आदित्‍यनाथ सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कर्ताधर्ता ओम प्रकाश राजभर ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। एक टीवी चैनल से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने बाबा बागेश्वर की पदयात्रा को राजनीतिक ड्रामा करार दिया।

उन्‍होंने कहा, 'वह आखिर किसको जोड़ रहे हैं। यहां जो सामान्‍य वर्ग, पिछड़ा वर्ग है, ये हिंदू ही है न। अगर वे मानते हैं कि हिंद.... तो हम तो मुसलमान हैं नहीं। राजभर तो मुसलमान है नहीं कि हिंदू बना रहे हैं। मजे की बात देखो...यही तो राजनीति है। अब वो कह रहे हैं कि हम हिंदू बनाकर जातिवादी खत्‍म करेंगे। क्‍या ये संभव है? तहसील में ठप्‍पा मार-मार के दे रहे हैं सब, माथे पर मार दे रहे हैं ठप्‍पा कि आप पंडित हैं कि ठाकुर हैं, अहीर हैं, भर हैं....। ठप्‍पा मारकर दे रहे हैं। क्‍या यह खत्‍म होगा? कभी नहीं खत्‍म होगा। जब तक तहसील में बंद नहीं होगा।'

राजा भैया के बाबा बागेश्‍वर की पदयात्रा में शामिल होने और 'जुड़ोगे तभी बचोगे' का नारा देने के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'यह राजनीतिक ड्रामा है....एक जुगाड़ है लोकसभा और विधानसभा में जाने का, कि पाटियों की निगाह आ जाएगी। बुला लेंगे कि बाबा के पास बहुत वोट हैं। इनको पहुंचा दो दिल्‍ली।' एक अन्‍य सवाल के जवाब में उन्‍होंने कहा, 'इसके अलावा और क्‍या है? जातिवाद खत्‍म होगा क्‍या? देखो जब तक ठप्‍पा मारकर तहसीलों में जाति प्रमाण पत्र मिलेगा तब तक जातिवाद खत्‍म नहीं होने वाला है। इनके पास दम हो तो तहसील पर आंदोलन करें। सरकार के खिलाफ आंदोलन करें कि जाति प्रमाण पत्र बनाना बंद करो। ये आंदोलन होना चाहिए। कांशीराम जी ने नारा दिया था-जाति तोड़ो, समाज जोड़ो। हम प्रयास करते रहते हैं।'

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