यूपी में चल रहे बिजली संबंधित सभी कार्यों की थर्ड पार्टी जांच होगी, यूपीपीसीएल का आदेश
यूपी में चल रहे बिजली संबंधित सभी कार्यों की थर्ड पार्टी जांच होगी। मुरादाबाद जिले के बिलारी में एरियल बंच केबिल के बार-बार खराब होकर टूटने की घटना के बाद से प्रबंधन ने चल रहे कार्यों की मानीटरिंग तेज करा दी है।
प्रदेश में बिजली वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए चल रहे सभी कार्यों में उपयोग में लाई जा रही सामग्री तथा कार्यों की गुणवत्ता की जांच के आदेश उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने दिए हैं। विभागीय जांच के साथ ही इन सभी कार्यों की थर्ड पार्टी जांच भी होगी। मुरादाबाद जिले के बिलारी में एरियल बंच केबिल के बार-बार खराब होकर टूटने की घटना के बाद से प्रबंधन ने चल रहे कार्यों की मानीटरिंग तेज करा दी है।
मुरादाबाद के बिलारी में एबीसी केबिल के बार-बार टूटने और गिरने के मामले में केबिल की लैब टेस्टिंग में यह बात सामने आई कि केबिल तय मानक से कम गुणवत्ता की है। गाजियाबाद, नोएडा और बड़ोदरा की लैब में केबिल की जांच कराई गई सभी जगह से यह रिपोर्ट मिली कि केबिल की गुणवत्ता (अधोमानक) ठीक नहीं है। जांच में केबिल का कंडक्टर रेजिस्टेंस, इंसुलेशन थिकनेस, हाट सैट टेस्ट, एल्युमिनियम वजन आदि मानक के मुताबिक नहीं पाए गए। जिसके बाद केबिल की सप्लाई करने वाली हरिद्वार की कंपनी को आठ अगस्त और 17 अगस्त की तिथि में दो नोटिस भेजा गया है। केबिल की खराब गुणवत्ता के मामले में फर्म के खिलाफ कठोर कार्यवाही किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
समूचे प्रदेश में 20 हजार के कार्य करा रहा है बिजली महकमा
पावर कारपोरेशन के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया है कि गुणवत्ता से कोई समझौता न हो इसके लिए सभी कार्यों की जांच के यह आदेश दिए गए हैं। जिस काम में भी सामग्री व कार्य की गुणवत्ता में खामियां मिलेंगी वहां संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस समय केंद्र सरकार की रिवैम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम तथा पावर कारपोरेशन के बिजनेस प्लान के तहत समूचे प्रदेश में करीब 20 हजार करोड़ रुपये के काम चल रहे हैं। वितरण से जुड़े केबिल को बदलने, नया ट्रांसफार्मर लगाने व ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि किए जाने के साथ ही अन्य कई जरूरी कार्य किए जा रहे हैं।
यूपीपीसीएल चेयरमैन डॉ. आशीष कुमार गोयल ने बताया कि प्रदेश में जहां भी बिजली से संबंधित कार्य चल रहे हैं, उन कार्यों में उपयोग में लाई जा रही सामग्री और कार्य की गुणवत्ता की जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। थर्ड पार्टी से भी जांच कराने को कहा गया है। जहां भी खामियां मिलेंगी सख्त कार्रवाई की जाएगी।