कोई प्यार नहीं था, मुझसे गलती हो गई, अमेठी हत्याकांड के आरोपी चंदन वर्मा को अब पछतावा
उत्तर प्रदेश के अमेठी में शिक्षक के परिवार को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी चंदन वर्मा को अब पछतावा हो रहा है। एक्सरे कराने के बाद मीडिया से कहा कि कोई प्यार नहीं था। मुझे पछतावा है। बच्चों की हत्या के बाबत पूछे जाने पर उसने कहा कि मुझसे गलती हो गई।
पुलिस एनकाउंटर के बाद एक्स रे के लिए ले जाते हुए अमेठी हत्याकांड के आरोपी चंदन वर्मा ने कहा कि कोई प्यार नहीं था। मुझे पछतावा है। बच्चों की हत्या के बाबत पूछे जाने पर उसने कहा कि मुझसे गलती हो गई। पुलिस एनकाउंटर में घायल होने के बाद चंदन वर्मा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में वार्ड के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। यहां से उसे एक्स रे के लिए सीएचसी गौरीगंज ले जाया गया। यहां पर दो थानों की फोर्स व बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद है।
अमेठी में शिक्षक परिवार की गोली मारकर हत्या करने का आरोपी शनिवार तड़के पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस के अनुसार यह घटना उस समय हुई जब शिवरतनगंज थाने के उपनिरीक्षक मदन कुमार सिंह नहर पटरी के पास मिली पिस्तौल को अपने कब्जे में ले रहे थे। पुलिस ने एक बयान में कहा कि जब सिंह पिस्तौल और उसकी मैगजीन का निरीक्षण कर रहे थे तभी आरोपी चंदन वर्मा ने सिंह की पिस्तौल छीन ली और उन्हें जान से मारने की नीयत से उन पर गोली चला दी। बयान में कहा गया कि इस पर पुलिस निरीक्षक सच्चिदानंद राय ने बचाव में गोली चलाई जो वर्मा के दाहिने पैर में लगी।
आरोपी चंदन वर्मा को शुक्रवार रात नोएडा में एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया था वह दिल्ली भागने की फिराक में था। सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (35), पत्नी पूनम (32) और उनकी दो बेटियों दृष्टि (6) और सुनी (एक वर्ष) की अमेठी के अहोरवा भवानी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पूनम ने वर्मा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल एक देसी पिस्तौल और एक काले रंग की 'एनफील्ड बुलेट' जब्त कर ली है। वर्मा को इलाज के लिए तिलोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है।