खुद को साबित करने के लिए डिग्री और पद की जरूरत नहीं, मेरठ में बोले राजनाथ सिंह
- मेरठ पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय युवाओं को खुद को साबित करने के लिए किसी डिग्री या पद की जरूरत नहीं है। भारतीय युवाओं में प्रतिभा है। पहले भारत से युवा विदेश में पढ़ने जाया करते थे। वहां नौकरी करने जाते थे।
यूपी के मेरठ पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, भारतीय युवाओं को खुद को साबित करने के लिए किसी डिग्री या पद की जरूरत नहीं है। भारतीय युवाओं में प्रतिभा है। पहले भारत से युवा विदेश में पढ़ने जाया करते थे। वहां नौकरी करने जाते थे। उनका सपना अमेरिका और रूस होता था, लेकिन अब अपने देश में भी बहुत सारे विकल्प हैं। युवाओं को चाहिए कि वह अपना इतिहास पढ़ें। भारत का इतिहास बहुमूल्य पलों का भंडार है। युवा जो भी कम करें वह बड़े मन के साथ करें। जितना बड़ा मन होगा सुख भी बढ़ता जाएगा।
शनिवार को रक्षामंत्री आईआईएमटी विश्वविद्यालय के हुए दीक्षांत समारोह में युवाओं के सामने अपनी बात रख रहे थे। मूलतः शिक्षक होने के नाते राजनाथ सिंह भी दीक्षांत समारोह में छात्रों से शिक्षक की तरह ही बात करते नजर आए। उन्होंने छोटे और बड़े मन की बात को समझने के लिए वृत का दिया। कहा कि आप वृत को जितना बड़ा करता जाएंगे उसकी परिधि भी बढ़ती जाएगी। ऐसे में युवा अपना मन बड़ा करें।
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास को पर्याप्त जगह नहीं दी गई। भारत में विज्ञान, तकनीक, भूगोल, अंतरिक्ष विज्ञान सहित सभी क्षेत्रों में उच्च स्तर का ज्ञान था। पश्चिमी देश मलेरिया की वजह गढ़ को मानते थे जबकि सुश्रुत ने हजारों साल पहले बता दिया था कि इसकी वजह मच्छर हैं। इसी तरह से उन्होंने गुरुत्वाकर्षण के न्यूटन सिद्धांत को भी समझाया। कहा कि न्यूटन से एक हजार साल पहले भारत के ऋषि ब्रह्मगुप्त ने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत को व्यक्त कर दिया था। राजनाथ सिंह ने युवाओं से शिक्षक और गुरु का सम्मान करने और निरंतर सीखने की अपील की। दीक्षांत में चार हजार से अधिक स्टूडेंट को उपाधि प्रदान की गई। 25 मेधावी छात्रों को रक्षा मंत्री ने मंच से मेडल प्रदान किए।