तीन वर्षों में कभी इस तरह स्थगित नहीं हुआ सदन, यूपी विधानसभा में हंगामे पर बोले स्पीकर सतीश महाना
- यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सदन में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में संभल और बहराइच हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों को उठाने की मांग कर रहे सपा विधायकों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। इस बीच स्पीकर सतीश महाना ने 12:20 बजे तक के लिए सदन स्थगित कर दिया।
UP Vidhan Sabha Winter Session: यूपी विधानसभा शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन सदन में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष की अगुवाई में संभल और बहराइच हिंसा सहित विभिन्न मुद्दों को उठाने की मांग कर रहे समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। इस बीच बीच स्पीकर सतीश महाना ने 12:20 बजे तक के लिए सदन स्थगित कर दिया। ऐसा करते हुए उन्होंने यहां तक कहा कि हाउस को व्यवस्थित ढंग से चलाने की मेरी इच्छा थी। इन तीन वर्षों के अंतर्गत हाउस कभी स्थगित नहीं हुआ इस नाते से कि मैंने हमेशा इस बात की प्रशंसा की है कि सरकार जवाब देने के लिए तैयार है और विपक्ष अपनी बात कहने के लिए तैयार है लेकिन आज बड़े दु:ख के साथ मुझे इस बात को कहना पड़ रहा है कि तीन वर्षों के दौरान हाउस स्थगित नहीं हुआ लेकिन आज आपके पास विषय नहीं है और आप अनावश्यक विषय को तूल देना चाहते हैं।
इसके विरोध में सपा के सदस्यों ने वेल में ही धरना दे दिया। नारेबाजी भी जारी रखी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। उन्होंने सभी दलों के नेताओं से अनुरोध किया कि वे अपना-अपना पक्ष सदन में शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के तहत रखकर प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें।
सोमवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष सदस्यों ने संभल और बहराइच हिंसा के मुद्दे पर चर्चा की मांग शुरू कर दी। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि उनकी तरफ से नियम 311 के तहत संभल और बहराइच हिंसा पर चर्चा के लिए एक सूचना दी गई थी। मेरा अनुरोध है कि आप इस पर सभी नियमों को शिथिल कर चर्चा करवा दें। इस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है। आप यदि यह बता दें कि यह नियम 311 के तहत कैसे आता है तो मैं चर्चा के लिए तैयार हूं। अगर नहीं आती तो मैं 311 में भी नहीं सुनूंगा, 56 में भी नहीं सुनूंगा। इसी दौरान चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
सपा के विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे और शोरशराबे के बीच मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्ष के पास नारेबाजी के अलावा कुछ नहीं है। न कोई रचनात्मक विचार, न कोई रचनात्मक कार्य, बस हंगामा और शोर मचाना इनका काम बन गया है। इसके अलावा इनके पास कुछ कहने के लिए नहीं है। सरकार पूरी तरह से तैयार है और हम पूरी जिम्मेदारी के साथ सदन में जवाब देंगे।